इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इमरान की पेशी
स्वतंत्रदेश , लखनऊ: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिया गया है। पाकिस्तानी शीर्ष अदालत ने अल-कादिर ट्रस्ट गबन मामले में पीटीआई प्रमुख इमरान की गिरफ्तारी को गैर-कानूनी बताते हुए तुरंत रिहाई का आदेश दिया। इमरान ने अदालत में कहा कि मुझे बेहोश होने तक पीटा गया।अमेरिका पाकिस्तान के हालात की करीबी से निगरानी कर रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि हम पाकिस्तान में स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। जैसा कि अमेरिका ने पहले कहा है कि किसी एक नेता या राजनीतिक दल बनाम अन्य के विवाद से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। हमारा हित सुरक्षित और समृद्ध पाकिस्तान में है। यह अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों के हित में है। हम दुनिया भर में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान करते हैं।
लाहौर-पेशावर में हालात और खराब
डॉन न्यूज के अनुसार, लाहौर तथा पेशावर में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं और वहां आगजनी तथा गोलीबारी की घटनाएं हुईं। पाकिस्तानी सेना ने अपने प्रतिष्ठानों पर हमले को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों को कड़ा जवाब देने की चेतावनी देते हुए कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। उसने नौ मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमलों को देश के इतिहास का ‘काला अध्याय’ करार दिया।
हिंसक प्रदर्शनों के बीच हजारों उपद्रवी गिरफ्तार
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद तीसरे दिन पेशावर, लाहौर, क्वेटा व कराची में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए। बृहस्पतिवार को इमरान समर्थकों की पुलिस से झड़पें हुईं और आगजनी की गई। पंजाब में 1,400 उपद्रवी गिरफ्तार हुए। अब तक 8 लोग हिंसा में मारे जा चुके हैं। जबकि, पार्टी ने 47 मौतों का दावा किया है। गिलगित-बाल्टिस्तान के कथित सीएम खालिद खुर्शीद को नजरबंद करने का भी दावा किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था रिहा करने का आदेश
पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश उमर बंदियाल की पीठ ने गुरुवार को कहा था कि इस तरह अदालत से किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) एक घंटे में इमरान को कोर्ट में पेश करे। इसके करीब दो घंटे बाद इमरान की पेशी हुई, तो पीठ ने उन्हें तुरंत रिहा करने का आदेश दे दिया। साथ ही इमरान को शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में पेश होने का आदेश दिया।