लखनऊ में ट्रैफिक को लेकर निजी स्कूलों पर शिकंजा
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:स्कूलों के बाहर गाड़ियों की लगनी वाली भीड़ कम होने वाली है। डीएम ने आदेश दिया है कि सभी स्कूल के लोग अभिभावकों की गाड़ियों को कैंपस के अंदर खड़ी करेंगे। इसके अलावा स्कूल मालिकों को ट्रैफिक मैनेज्मेंट सिस्टम भी रखना पड़ेगा। डीएम सूर्य पाल गंगवार ने स्कूल प्रबंधकों के साथ बैठक कर यह आदेश दिया। इसमें 10 स्कूलों को खासकर बुलाया गया था। जहां स्कूल खुलने और बंद होने के समय सबसे ज्यादा जाम लगता है।

बैठक के दौरान जयपुरिया स्कूल की तरफ से बताया गया कि उनके यहां सुबह 7.20 से 7. 30 बजे तक जाम रहता है। बताया गया कि स्कूल में 3 गेट है। प्रत्येक गेट पर एक – एक नोडल और स्पोर्टिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। स्कूल बस व अभिभावकों की गाड़ियां परिसर के अंदर खड़ी कराई जाती है।
स्कूल में जगह फिर भी बाहर गाड़ी खड़ी की जाती है
क्राइश चर्च विद्यालय में पर्याप्त जगह है उसके बाद भी गाड़ियां बाहर खड़ी रहती है। स्कूल की तरफ से दी गई जानकारी में यह बात सामने आई। उसके अलावा सेंट फ्रांसिस की प्रेजेंटेशन में पता चला कि वाहन तो विद्यालय के अंदर पार्क किए जाते है परंतु वैन बाहर खड़े किए जाते है। ऐसे में डीएम की तरफ से कहा गया कि स्टाफ के वाहन, पूल्ड वाहन, अभिभावकों के वाहन व वैन इत्यादि परिसर के अंदर पार्क किया जाए।
सीएमएस द्वारा बताया गया कि उनके विद्यालय में लगभग 1735 प्राईवेट वाहन आते है। परिसर के अंदर पार्किंग के लिए कोई प्लेस नही है। डीएम की तरफ से कहा गया कि नियर बाई पार्किंग प्लेस की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। स्कूल अभिभावकों को स्कूल बस से अपने बच्चों को भेजने के लिए प्रेरित करे।
बैठक में सहायक पुलिस आयुक्त ट्रैफिक, जिला विद्यालय निरीक्षक, लखनऊ, सह जिला विद्यालय निरीक्षक, एवं विद्यालयों में से लोरेटो कान्वेट लखनऊ, ला मार्टिनियर गर्ल्स इ0का0, लखनऊ, सेन्ट फ्रांसिस हजरतगंज, कैथेड्रल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, लखनऊ, सेठ एम आर जयपुरिया गोमती नगर, लखनऊ क्राइस्ट चर्च कालेज, लखनऊ, सिटी मान्टेसरी स्कूल, लखनऊ एवं लखनऊ पब्लिक स्कूल राजाजीपुरम/गोमतीनगर/वृन्दावन, लखनऊ के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।