कोरोना से बचाएगा , विशेषज्ञ ने दिए जरूरी टिप्स
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। इस बार यह संक्रमण बच्चों में अधिक फैल रहा है। साथ ही इस मौसम में सर्दी, जुकाम, बुखार और कुछ अन्य संक्रमण भी बच्चों के लिए घातक साबित हो सकते हैं। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के बाल रोग विशेषज्ञ डा. संजीव वर्मा ने बताया कि बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी है कि कोरोना के नियमों को ध्यान में रखा जाए। उनमें हो रही किसी भी तरह की एलर्जी को पहचान कर उसका इलाज कराया जाए।
सर्दी-जुकाम से कैसे बचें?
इस मौसम में सर्दी-जुकाम होना आम बात है। इसके अलावा फूलों के पराग कणों से भी एलर्जी के कारण जुकाम या संक्रमण हो सकता है। ऐसे में कोरोना के नियमों को ध्यान में रखें। बच्चों को जुखाम से बचाने के लिए उन्हें ठंडा पानी न दें और बाहर भेजते समय मास्क जरूर पहनाएं।
कोरोना वायरस की बीमारी का संपूर्ण इलाज क्या है?
यह एक वैश्विक बीमारी है। दूसरी लहर के बाद टीकाकरण की वजह से लोगों में इस बीमारी का असर काफी कम हुुुआ है। हालांकि, कोरोना संक्रमित बच्चों की संख्या फिलहाल काफी कम हो गई है और इसके गंभीर लक्षण भी नहीं दिख रहे हैं। अब पांच वर्ष से अधिक उम्र के सभी बच्चों को वैक्सीन भी लगाई जाने वाली है।
अचानक ऋतु परिवर्तन की वजह से ऐसी परेशानी हो सकती है। कोरोना से बचाव के नियमों का ध्यान रखें। अपने हाथ बार-बार सैनिटाइज करते रहें। बच्चे के पास जाने से पहले स्वयं और घर के लोगों से अधिक ध्यान रखने के लिए कहें क्योंकि घर के सदस्यों से बच्चे जल्दी संक्रमित होते हैं। साथ ही, यदि सर्दी में बच्चे की पसली चल रही है तो चिकित्सकीय परामर्श लें।
बच्चे स्कूल जाते हैं। कोरोना होने का डर है। क्या टीका लगवा सकते हैं?
पांच वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया गया है। यदि बच्चा 14 वर्ष से अधिक आयु का है तो उसे टीका लगाया जा सकता है। इसके अलावा कोविड-19 के नियमों का भी ध्यान रखें।