इस सैलरी से भरपेट खाना भी संभव नहीं
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:यूपी सरकार ने 27 हजार 555 अंशकालिक अनुदेशकों की सैलरी 7 से बढ़ाकर 9 हजार कर दी है। 26 अप्रैल को लखनऊ के एनेक्सी भवन में शिक्षा मंत्री संदीप सिंह मीडिया के सामने आए। बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग ने अंशकालिक अनुदेशकों की सैलरी बढ़ाने का जो प्रस्ताव रखा था, उसे पारित कर दिया गया है। सरकार के इस फैसले के बाद अनुदेशकों ने संदीप सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
कामिल अख्तर ने लिखा; “एक अहसान हम अनुदेशकों पर और करें। हमको बाहर निकाल दें। अपने मन से नौकरी छोड़ी नहीं जाती, क्योंकि जिंदगी के 10 साल बर्बाद किए हैं।”
सुदर्शन त्रिपाठी ने लिखा; “अब आपसे उम्मीद टूट गई। हम अनुदेशक शिक्षकों का 1470 रुपए काटकर 2000 रुपए बढ़ाकर बहुत सम्मान दे दिया। हम लोगों ने सिर्फ आपसे सम्मानजनक जीवन जीने के लिए मेहनताना मांगा था।”
कन्हैया लाल चौहान ने लिखा; “शिक्षा मंत्री जी, जो अनुदेशक दिख रहे हैं वह बीपीएड अनुदेशक हैं। प्रदेश में 46 हजार जूनियर हाईस्कूल हैं। अनुदेशकों का पद सृजित हैं, जिसमें 32 हजार खाली हैं। नियुक्ति देने का कष्ट करें।”
लव कुमार सिंह ने लिखा; मंत्री जी, “अनुदेशक का मानदेय कोर्ट और सरकार ने 2017 से 17 हजार का आदेश दिया। आज की महंगाई में हमारा मानदेय 8470 से घटाकर 7000 किया गया और अब 2000 बढ़ाए गए। ये कहां का न्याय है?”
जीतेंद्र पांडे ने लिखा; “कम से कम पुराना वादा निभा कर नई सरकार में दे देते, तब भी आपका अहसान होता। महाराज जी ने अनुदेशकों की जिंदगी बरबाद करने की ठान ली है।”