राम नगरी में उत्सव का माहौल
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: भारतीय गणराज्य के अनेक मुख्यमंत्री एक एक कर त्रेता युग की इस पौराणिक नगरी की रज शिरोधार्य कर रहे थे और उसी हिसाब से राम नगरी का गौरव प्रशस्त हो रहा था।
जिस हवाई पट्टी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों का उड़न खटोला उतरा, वह जल्दी ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के श्री राम एयरपोर्ट का आकार लेने को है। सच्चाई यह है कि एक साथ इतने मुख्यमंत्रियों के आगमन का संयोग अचानक ही नहीं बना, बल्कि यह अवसर राम नगरी की नई गौरव यात्रा का पड़ाव है। इसकी शुरुआत 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम फैसला आने के साथ हुई। उसी समय से न केवल राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की संभावना प्रशस्त हुई, बल्कि दिव्य अयोध्या भी आकार लेने लगी। संभवतः इसके पूर्व इन दिग्गज अतिथियों के स्वागत को लेकर राम नगरी तैयार भी न थी, किंतु बुधवार को जब यह मेहमान रामनगरी की वादियों से होकर गुजरे तो राम नगरी भी उनके लिए तैयार नजर आ रही थी। । हवाई पट्टी से जो बाईपास इन अतिथियों को सड़क मार्ग से राम नगरी की ओर ले जा रहा था, वह बता रहा था कि अयोध्या स्वर्णिम संभावनाओं को आत्मसात करने के लिए तैयार है।
लगातार चौथी बार विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले दीपोत्सव की साक्षी रामपैड़ी भी पूरी संजीदगी और गरिमा से मुख्यमंत्रियों के स्वागत में प्रस्तुत थी । पैड़ी के डिलीवरी टैंक में सरयू की जो बेग युक्त धारा विसर्जित हो रही थी, वह अतिथियों के स्वागत में प्राण पण से समर्पित भी प्रतीत हो रही थी। यद्यपि इन अतिथियों की आस्था के केंद्र में पुण्य सलिला सरयू का मुख्य प्रवाह था और वे सहस्त्रधारा घाट पर एकत्रित हो घी के दीपों से सरयू की अभ्यर्थना अर्चना करने में संलग्न थे । न केवल सत्ता के शीर्ष प्रतिनिधियों ने, बल्कि उनके परिवार के सदस्यों ने भी पूरे हृदय से मोक्षदायिनी नगरी की सरिता को नमन किया ।