पंचायती राज विभाग के ADO सस्पेंड
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:शौचालय निर्माण में लापरवाही और गड़बड़ी की शिकायतों पर पंचायती राज विभाग में एक्शन शुरू हो गया है। 2 जुलाई से अब 5 दिनों में विभाग की डायरेक्टर किंजल सिंह ने पिछले चार दिन में 8 जिलों में तैनात 9 सहायक विकास अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सभी को मुख्यालय अटैच किया गया है। पूरे मामले की जांच उप निदेशक को सौंपी गई है। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक शौचालयों की देखरेख के लिए 60 करोड़ रुपए भी जारी किए गए हैं।
डायरेक्टर किंजल सिंह ने सहायक विकास अधिकारियों को मुख्यालय से अटैच किया है।
निर्माण में हुई धांधली, कई जगह काम पूरा नहीं
सूत्रों का कहना है कि सामुदायिक शौचालयों के निर्माण, उनके हैंडओवर और उसके रखरखाव में खेल हुआ है। जांच हुई तो पता चला कि कई ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय बनाए नहीं गए है। यहां तक की कुछ बने और उनके रख-रखाव की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह को दी गई, लेकिन कभी उनको पैसा ही नहीं दिया गया। जबकि काम उनसे प्रॉपर लिया जा रहा था। इस मामले में लापरवाही बरतने, शासन का आदेश न मानने और बार-बार चेताने के बाद भी काम में सुधार न करने वाले अधिकारियों को चिह्नित करके कार्रवाई की गई है। इसमें अभी कई लोग विभाग की रडार पर है। उनके खिलाफ भी जांच चल रही है।
चार दिन में 60 करोड़ रुपए का भुगतान
नौ लोगों पर कार्रवाई का असर दिखने लगा है। अभी तक भुगतान करने के लिए भटक रही स्वयं सेवी संस्थाओं के खाते में अपने आप पैसा पहुंचने लगा है। पिछले चार दिन में अधिकारियों ने करीब 60 करोड़ रुपए का भुगतान किया है। यह भुगतान प्रदेश के सभी जिलों में बने शौचालय का काम देखने वाली संस्थाओं को किया गया है। निदेशक किंजल सिंह का कहना है कि इतनी बड़ी रकम पहली बार स्वयं सहायता समूहों को दी गई है। अभी तक सूची में शामिल सभी सहायता समूह को तीन महीने का भुगतान कर दिया गया है।
यह लोग हुए निलंबित
- नंद कुमार राय, एडीओ दोहरीघाट, मऊ
- राजकुंवर, एडीओ जहांगीराबाद, बुलंदशहर
- रणधौल सिंह, एडीओ बिनौली, बागपत
- ओंकार सिंह, एडीओ कायमगंज, फर्रुखाबाद
- धर्मेंद्र कुमार, एडीओ, बरेली
- श्रीकांत मिश्र, एडीओ, फतहपुर मंडाव, मऊ
- वीरेंद्र पाल, एडीओ सरवन खेड़ा, कानपुर देहात
- शशिभूषण मिश्र, एडीओ कोन, सोनभद्र
- राम शिरोमणि पाल, एडीओ करमा, सोनभद्र