स्वरोजगार से जोड़ेगा ग्रामोद्योग बोर्ड
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:मॉल व मल्टीप्लेक्स में कागज के बने आकर्षक कागज की टोकरी में मिलने वाले पॉपकार्न को आपने जरूर खाया होगा। यह पॉपकार्न अब स्वरोजगार का खास साधन बनेगा। इसको स्वरोजगार से जोड़ने की जिम्मेदारी उप्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड को दी गई है। भुर्जी समाज के लोगों के लिए शुरू हो रही इस खास योजना के लिए पहले चरण में लखनऊ समेत सूबे के 25 जिलों में यह योजना शुरू होगी।
क्या है योजना
पिछड़े वर्ग के भुर्जी समाज के लोगों के उत्थान के लिए अपनी तरह की इस पहली योजना के तहत जिले 15 बेरोगारों को चुना जाएगा। जिला ग्रामोद्योग अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि वह योजना के लिए पात्रों का चयन करें और उन्हें पॉपकार्न को आकर्षक व खास बनाने का प्रशिक्षण प्रदान करें।
निश्शुल्क मिलेगी मशीन : चयनित हर जिले से 15 युवा बेरोगारों का चयन हाेगा और प्रशिक्षण के बाद उन्हें पॉपकार्न बनाने की मशीन निश्शुल्क् दी जाएगी। परिक्षेत्र ग्रामोद्योग अधिकारी, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी व ग्राम प्रधान की तीन सदस्यीय समिति युवाओं का चयन करेगी। नाम,पिता का नाम, पता,आधार कार्ड व मोबाइल फोन नंबर के साथ जिला ग्रामोद्योग अधिकारी कार्यालय में आवेदन किया जा सकता है।