टीवी सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ एक्टर संजय गांधी ने फिल्म और टीवी इंडस्ट्री की ऑडिशन प्रक्रिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया है कि सीनियर एक्टर्स के लिए ऑडिशन की प्रक्रिया खत्म होनी चाहिए। एक्टर अभी इंडस्ट्री की कास्टिंग प्रोसेस से खुश नहीं हैं और उन्होंने इसमें बदलाव करने को कहा है। एक्टर को लगता है कि लोगों को सीनियर एक्टर्स को तभी बुलाना चाहिए, जब उनके लिए कोई रोल कंफर्म हो जाए, उन्हें ऑडिशन के प्रोसेस से नहीं गुजारना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘मैं कास्टिंग प्रक्रिया से खुश नहीं हूं। मैं चाहता हूं कि इंडस्ट्री वरिष्ठ अभिनेताओं के ऑडिशन को रोकें और उन्हें कास्टिंग न करके उनका अपमान ना करें। एक बार जब मुझे एक स्पेशल रोल के ऑडिशन के लिए बुलाया गया, वहां एक लोकप्रिय सीनियर एक्टर भी थे, जो बहुत अच्छा काम कर रहे थे। हमने बात करना शुरू किया और महसूस किया कि दोनों को एक ही रोल के लिए बुलाया गया था। हालांकि मुझे चुना गया, कल्पना कीजिए कि दूसरे अभिनेता को कैसा लगा होगा। आपको उनकी उम्र पर थोड़ा विचार करना चाहिए और अगर आप किसी को चुनना चाहते हैं, तो उनके पिछले काम को देखें।’
एक्टर का कहना है, ‘उन्हें केवल एक रोल के लिए कॉल करें, जब आप उन पर और उनके काम पर भरोसा करते हैं। उन्हें ऑडिशन के लिए बुलाकर अपमानित न करें और फिर उन्हें कास्ट ना करना काफी अपमानजनक है। लेकिन हां, अगर आप एक बायोपिक या ऐतिहासिक फिल्म कर रहे हैं, तो आप उन्हें कॉल कर सकते हैं क्योंकि तब आपको उनके लुक को देखना होगा, लेकिन अन्यथा ऐसा ना करें।’
साथ ही फिल्म इंडस्ट्री में लॉयल्टी को लेकर एक्टर ने कहा, ‘मैंने बहुत से अभिनेताओं को देखा है, जो लॉयल्टी का मतलब नहीं जानते हैं। एक बार जब वे प्रसिद्ध और सफल होते हैं, तो वे उन लोगों की ओर भी नहीं देखते हैं, जिन्होंने उन्हें ब्रेक दिया। आप नहीं जानते कि कोई व्यक्ति निर्माता कैसे बनता है, वह पैसे की व्यवस्था कैसे करता है, आपको नहीं पता कि वह फिल्म या टीवी शो में कैसे निवेश करता है, बिना गारंटी के वह काम करेगा या नहीं। और इसके लिए बहुत हिम्मत चाहिए। अगर आप निर्माता के दर्द को नहीं समझते हैं, तो निर्माता आपके दर्द को नहीं समझेगा।’