लखनऊ में कब्रों पर दुकानों से करोड़ों का हो रहा खेल
सुप्पा कब्रिस्तान की जमीन पर बनाई गई चार दर्जन दुकानों के पीछे करोड़ों का खेल हुआ है। यहां कब्रों पर बनी एक एक दुकान पांच से छह लाख रुपए की बेची गई है। करीब ढाई करोड़ रुपए इन दुकानों के जरिये कमाए गए हैं। अवैध होने के बावजूद सभी जगह बिजली का कनेक्शन है। कनेक्शन का खेल भी कब्रिस्तान के संचालकों ने चलाया है। इससे भी कमाई की गई है। दुकानों को नोटिस जाने के बाद काम रोका गया है। इस पूरे मामले में वक्फ राज्य मंत्री ने जांच जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी काे दी है।
स्टार एयरकॉन, नवरंग बैंड, सॉल्यूशन बिजनेस पॉइंट, एलिना बाइक पॉइंट, रीमा गारमेंट, एन आर फर्नीचर, इकरा सिलाई मशीन, हाफिज इलैक्ट्रिक, आई एम सी कार्ड, एस के मेडिकल, महेंद्र डेरी, आसिफ टी स्टाल, व कई थोक दुकाने व मेंस सैलून ये वे प्रमुख दुकानें हैं जो कब्रों पर बनी सुप्पा मार्केट में हैं। ऐसी ही कुल 42 दुकानें हैं। जबकि 16 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि यहां पांच से छह लाख रुपए की धरोहर लेकर किराये पर दुकानें दी जाती हैं। पांच छह लाख रुपए लेने के बाद मासिक किराया भी लिया जाता है। इस कब्रिस्तान के बाजार को सुप्पा मार्केट भी नाम दिया जा चुका है।एलडीए ने दिया नोटिस, जल्द होंगी दुकानें सील : सुहासदुकानों में अवैध निर्माण सिद्ध हो चुका है।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को दी गई जांच :
वक्फ राज्य मंत्री मोहसिन रजा ने बताया कि कार्रवाई बिल्कुल होगी। मैंने अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। वो जांच कर रिपोर्ट देंगे। उसके बाद दोषियों के खिलाफ़ के कार्यवाही होगी। मैंने पहले ही बोला है क़ब्रिस्तान पर किसी तरह का कॉमर्शियल निर्माण नही हो सकता है। वक्फ एक्ट में साफ़ दिया हुआ है इसमें लखनऊ विकास प्राधिकरण से भी पूछा जाएगा किस नियम से ये निर्माण हो रहा है।