कोर्स बंद होने की मिल जाएगी जानकारी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :लखनऊ विश्वविद्यालय नए सत्र में परास्नातक स्तर पर संचालित सेल्फ फाइनेंस कोर्सों के नियमों का प्रचार-प्रसार करेगा। वेबसाइट से लेकर छात्रों के प्रवेश पत्र पर भी इसकी जानकारी स्पष्ट रूप से लिखी जाएगी, जिससे आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को आसानी से पता चल सके कि 60 फीसद से कम आवेदन होने पर कोर्स नहीं चलाया जाएगा। इस व्यवस्था से अभ्यर्थियों के पास समय रहते दूसरे कालेजों में प्रवेश के लिए विकल्प रहेगा।
लविवि में पीजी के 25 से ज्यादा पाठ्यक्रम सेल्फ फाइनेंस मोड पर संचालित हैं। नियमानुसार इनमें दाखिले प्रवेश परीक्षा से लिए जाते हैं। शर्त यह है कि 60 फीसद छात्र संख्या होने पर ही कोर्स चलेगा। बता दें कि कोरोना काल में कई सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस में स्टूडेंट्स ने कम आवेदन किये थे। जिसकी वजह से कई कोर्सेस को लखनऊ विश्वविद्यालय को बंद करने पड़े थे। इस बार भी लविवि ने पीजी होम साइंस व एक अन्य कोर्स अचानक यह कहकर बंद कर दिया कि मानक के अनुसार संख्या नहीं है। लेकिन लविवि की गलती यह रही कि उसने छात्रों से फीस जमा कराने के साथ ही परीक्षा फार्म भी भरवा लिया। इसको लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही राजभवन से भी गुहार लगाई। बाद में कुछ अभ्यर्थियों को दूसरे कोर्स में प्रवेश मिल गया। इस बार ऐसी गलती न हो, इसलिए सेल्फ फाइनेंस कोर्सों के नियम स्पष्ट रूप से आवेदन फार्म आनलाइन खोलते ही समाने नजर आएंगे।
प्रवेश समन्वयक प्रो. पंकज माथुर ने बताया कि छात्र-छात्राओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। सेल्फ फाइनेंस कोर्सों के नियमों में कोई बदलाव नहीं होना है। इसलिए आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्पष्ट रूप से पता चल जाएगा कि 60 फीसद के छात्र संख्या के मानक पूरे होंगे या नहीं। तभी संबंधित कोर्स में प्रवेश परीक्षा भी आयोजित की जाएगी।