ट्रैफिक सिग्नल पर प्रीपेड मीटर लगा रहे ब्रेक
स्वतंत्रदेश,लखनऊ : लोहिया पथ पर 1090 चौराहे पर लगे प्रीपेड स्मार्ट मीटर का 14 हजार रुपये का रिचार्ज दो दिन में खत्म हो गया, जबकि पहले नौ हजार का मासिक रिचार्ज होता था। वहीं, परिवर्तन चौक पर 18 हजार का रिचार्ज कराने पर 17 हजार का ऋणात्मक रिचार्ज वैल्यू दिख रही है। यह तो सिर्फ दो उदाहरण हैं। हकीकत यह है कि शहर में 88 स्थान ऐसे हैं, जहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर का रिचार्ज समय से पहले खत्म हो रहा है।
शहर में जगह-जगह लगे ट्रैफिक सिग्नल के प्रीपेड स्मार्ट मीटर वाहनों से भी तेज दौड़ रहे हैं। ऐसे में ट्रैफिक सिग्नल तो बंद हो ही रहे हैं, हर किसी पर निगरानी करने के लिए लगाए गए कैमरे भी काम नहीं कर रहे हैं। ऐसा तब हो रहा है, जब यातायात व्यवस्था सिग्नल पर ही टिक चुकी है। ऐसे में जाम तो लगता ही है, दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है।
इस परियोजना के तहत इंट्रीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) बनाया गया था। उद्देश्य था, शहर में यातायात व्यवस्था को सुगम और सुरक्षित बनाना। इसकी निगरानी भी स्मार्ट सिटी के लालबाग में बने कमांड कंट्रोल रूम से की जाती है।
इस परियोजना का संचालन करने के लिए 135 जगहों पर जिनस मेक प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए गए थे। इनमें से 88 जगहों पर करीब आठ दिन से यह मीटर काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में ट्रैफिक सिग्नल भी काम करना बंद कर देते हैं। मीटर को फिर से चालू कराने में एक से दो दिन लग जाते हैं।
‘प्रीपेड स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने के कुछ समय बाद ही उसकी समयावधि खत्म हो रही है, जबकि पूर्व में मासिक रिचार्ज भी कम रकम का था।