पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट संशोधित
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ : पीसीएस-2020 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने के तीसरे दिन ही बदल गया है। प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 1131 अभ्यर्थी बाहर कर दिए गए हैं, उनकी जगह नए अभ्यर्थियों को मौका मिला है। साथ ही ओवरआल रिजल्ट में सफल होने वालों की कुल संख्या में 142 की बढ़ोतरी हुई है। ज्ञात हो कि 21 नवंबर को कुल 5,393 सफल हुए थे, अब संख्या बढ़कर 5,535 हो गई है। यह उलटफेर दो विशिष्ट अर्हता वाले पदों को लेकर हुआ है, क्योंकि तकनीकी चूक से इसमें ऐसे अभ्यर्थियों का चयन हो गया था, जो संबंधित पद की अर्हता ही नहीं रखते थे। आयोग ने संशोधित रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। अभ्यर्थी उसे देख सकते हैं।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि पीसीएस परीक्षा के विज्ञापन में श्रम प्रवर्तन अधिकारी व बाल विकास परियोजना अधिकारी के अंकित पद क्रमांक व आनलाइन आवेदन प्रक्रिया में प्रदर्शित पद क्रमांक में भिन्नता होने के कारण दोनों पदों की निर्धारित अनिवार्य शैक्षिक अर्हता रखने वालों व उन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के सही डेटा तकनीकी त्रुटि से उपयोग में नहीं लाए जा सके।
इंटरनेट मीडिया पर प्रतियोगियों ने रिजल्ट के दूसरे ही दिन सवाल उठाया था कि जिन अभ्यर्थियों का एकाउंट से लेना-देना नहीं उनका और सीडीपीओ पद पर समाजशास्त्र न लेने वालों का भी चयन हुआ है। इन शिकायतों को आयोग ने गंभीरता से लिया।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 21 नवंबर को इस पद के सापेक्ष 234 अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया था।
बाल विकास परियोजना अधिकारी : इस पद के सापेक्ष 21 नवंबर को 1,015 अभ्यर्थी सफल हुए थे। उनमें से 987 ऐसे थे जो पद के लिए अर्हता नहीं रखते।