उत्तर प्रदेशराज्य

असलहे से की गई थी लखीमपुर के कबीरधाम पर फायरिंग

स्वतंत्रदेश,लखनऊ: कोतवाली गोला के अलीगंज इलाके में ग्राम मुस्तफाबाद स्थित कबीरधाम पर हमले की गुत्थी पांच दिन बाद भी सुलझ नहीं पाई है। कबीरधाम पर 315 बोर के असलहे से फायरिंग की गई थी। छानबीन के दौरान पुलिस को मौके पर 315 बोर की कारतूस का एक खोखा बरामद हुआ है। पुलिस तेजी से मामले की छानबीन कर रही है। दावा है कि जल्द ही घटना का राजफाश हो जाएगा।

लखीमपुर में कबीरपंथी संत असंग साहेब के ग्राम मुस्तफाबाद स्थित उक्त आश्रम पर शुक्रवार देर रात अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था।

कबीरपंथी संत असंग साहेब के ग्राम मुस्तफाबाद स्थित उक्त आश्रम पर शुक्रवार देर रात अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। हमलावरों ने आश्रम में बने असंग साहेब के नवीन आवास पर फायरिंग की थी। रात में जिस समय यह घटना हुई, उस समय आश्रम में सभी लोग अपने अपने भवनों में सो रहे थे। बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग से कांच की खिड़की को तोड़ती बुलेट आगे निकल गई थी। घटना के अगले दिन डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह और एसपी विजय ढुल समेत पुलिस प्रशासनिक अमले ने मौका मुआयना कर तेजी से तफ्तीश शुरू कर दी थी। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने भी मौके पर साक्ष्य जुटाए थे, जिसमें वहां पर 315 बोर की कारतूस का एक खोखा बरामद हुआ है।

इससे यह बात स्पष्ट हुई कि फायरिंग 315 बोर के असलहे से की गई थी। सीओ गोला रविंद्र वर्मा ने बताया की पुलिस टीम तेजी से जांच कर रही है। कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई है। सारे तथ्य जुटाए जा रहे हैं। जल्द ही घटना का राजफाश करने का प्रयास किया जा रहा है। सीओ ने बताया कि आश्रम की सुरक्षा के लिए पुलिस की एक गारद को तैनात किया गया है, जिसमें एक हवलदार और चार सिपाही लगे हैं।

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