यूपी पशुपालन विभाग में टेंडर घोटाला
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग में फर्जी टेंडर दिलाने के नाम पर इंदौर और अहमदाबाद के व्यापारियों के साथ करोड़ों की जालसाजी को अंजाम देने वाले 50 हजार के इनामी ठग सुनील गुर्जर उर्फ मोंटी गुर्जर को एसटीएफ ने शनिवार रात जयपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। वह दुबई भागने की फिराक में था। मोंटी गुर्जर घोटाले के मास्टरमाइंड आशीष राय का करीबी है। वह खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में नमक सप्लाई का टेंडर दिलाने का झांसा देकर अहमदाबाद के व्यापारी नीलम नरेंद्र भाई पटेल और उनके पार्टनर जिगर गांजावाला के साथ छह करोड़ की जालसाजी के मामले का मुख्य आरोपित है।
मोंटी खुद को राजस्थान का विधायक बताता था
एसटीएफ की जांच में पता चला है कि, खुद को राजस्थान का विधायक बताने वाले मोंटी गुर्जर ने पशुपालन घोटाले की तरह नमक सप्लाई का 120 करोड़ का टेंडर दिलाने के लिए अपने साथी आशीष राय को सचिवालय में ज्वाइंट सेक्रेटरी एके कनौजिया बताकर अहमदाबाद के व्यापारियों से मिलवाया था। सचिवालय की सुरक्षा की सेंध लगाकर ताबड़तोड़ जालसाजी की दो वारदात को अंजाम देने वाले मोंटी गुर्जर की गिरफ्तारी के लिए लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया था।
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक मोंटी गुर्जर ने आशीष राय के साथ मिलकर इंदौर के व्यापारी मंजीत सिंह भाटिया को पशुपालन विभाग में खाद्यान्न की सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ की जालसाजी को अंजाम दिया था। इस मामले में आशीष राय समेत 10 आरोपित जेल जा चुके हैं। जबकि मोंटी फरार चल रहा था।
जयपुर का रहने वाला है आरोपी मोंटी
आईजी एसटीएफ अमिताभ यश के निर्देश पर प्रभारी एसएसपी एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह ने मोंटी को दबोचने के लिए लुकआउट सर्कुलर जारी कराने के साथ एसटीएफ की एक टीम को राजस्थान भेजा था‚ जो लगातार उसके ठिकानों पर छापे मार रही थी। एसटीएफ से बचने के लिए वह शनिवार को जयपुर एयरपोर्ट से दुबई जाने की फिराक में था‚ तभी एसटीएफ टीम ने सर्विलांस की मदद से उसकी लोकेशन का पता लगाया और दबोच लिया। मोंटी जयपुर का रहने वाला है