भाकियू जिलाध्यक्ष की स्थिति में सुधार
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:धान खरीद में मनमानी, गन्ना के बकाया भुगतान समेत अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन का अनिश्चितकालीन धरना बुधवार को भी जारी है। उधर, आंदोलन के दौरान बीमार हुए जिलाध्यक्ष की स्थिति में भी कुछ सुधार आने की बात कही जा रही है। अब तक किसी जिम्मेदार अधिकारी द्वारा मौके पर पहुंचकर सुनवाई न किए जाने से कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
भाकियू के नेता सोमवार से जिला मुख्यालय पर धरना दे रहे हैं। पहले विकास भवन में वे धरने पर बैठे थे। इसके बाद भी सुनवाई न हुई तो मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंच गए। इनका यह आंदोलन सिर्फ दिन का नहीं, बल्कि 24 घंटे का है। जिले के अफसरानों की चौखट पर पूरे दो दिन और दो रातें ये भाकियू नेता बिता चुके हैं। देर रात के बाद पड़ने वाली सर्दी भी इनके जोश के आगे घुटने टेक रही है। इसी आंदोलन के बीच यूनियन के जिलाध्यक्ष संतोष कुमार की हालत बिगड़ गई। उनका कैनाल रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके बाद भी लगातार यूनियन के दूसरे पदाधिकारी व कार्यकर्ता धरने पर बैठे हैं। हालांकि इस दौरान कई प्रशासन अधिकारी आए और वार्ता की खानापूरी कर लौट गए। किसी ने उन्हें जख्मों पर मरहम लगाने की जहमत नहीं उठाई। इसे लेकर किसान नेताओं में आक्रोश व्याप्त है। भाकियू के डलमऊ तहसील अध्यक्ष प्रमोद पटेल का कहना है कि किसान समस्याओं की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं होगी।