ठाकुर बांकेबिहारी को भेंट किया डॉलरों से बना हार
स्वतंत्रदेश ,लखनऊवृंदावन की पावन भूमि, जहां प्रेम और भक्ति की धारा अनवरत बहती रहती है। नित्य ही अद्भुत दृश्यों की साक्षी बनती है। यहां कण-कण में राधा-कृष्ण का प्रेम रस घुला हुआ है और भक्त अपनी श्रद्धा को अनगिनत रूपों में व्यक्त करते हैं। ऐसा ही एक अनुपम दृश्य तब साकार हुआ जब एक भक्त ने आराध्य ठाकुर बांके बिहारी जी को डॉलर की माला अर्पित की।यह भेंट सामान्य नहीं थी। फूलों और रत्नों की मालाओं से सजे रहने वाले बांके बिहारी के विग्रह को जब हरे रंग के अमेरिकी डॉलर के नोटों से बनी माला पहनाई गई, तो मंदिर का वातावरण एक क्षण के लिए विस्मय और कौतूहल से भर गया। जानकारी देते हुए ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी ने बताया कि यह भक्त कनाडा का रहने वाला है। जहाँ डॉलर एक महत्वपूर्ण मुद्रा है। अपनी श्रद्धा और प्रेम को व्यक्त करने के लिए, उसने अपनी संस्कृति और परिवेश से जुड़ी सबसे मूल्यवान वस्तु को ही ठाकुर जी के चरणों में समर्पित कर दिया। यह कृत्य भौतिक मूल्य से कहीं अधिक, भक्त के हृदय की गहराई और ठाकुर जी के प्रति उसके अटूट समर्पण का प्रतीक था।
इस वक्त की मनोकामना ठाकुर जी ने पूर्ण की इसी से प्रसन्न होकर भक्त द्वारा ठाकुर जी को यह माला अर्पित की गई। कुछ लोगों के लिए यह भेंट आश्चर्यजनक हो सकती है, परन्तु भक्ति का मार्ग तो भावना और प्रेम से परिपूर्ण होता है।

बांके बिहारी तो भाव के भूखे हैं। उन्हें सोने-चांदी या हीरे-मोती से नहीं, बल्कि प्रेम और समर्पण से प्रसन्न किया जा सकता है। इस डॉलर की माला में भी वही प्रेम और समर्पण झलकता था। यह एक मौन संदेश था कि भक्त चाहे किसी भी देश या संस्कृति से हो, उसका हृदय हमेशा अपने प्रिय ठाकुर जी के चरणों में समर्पित रहता है।




