महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए होगी सात लेयर की सुरक्षा
स्वतंत्रदेश ,लखनऊडीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा है कि अगले वर्ष जनवरी माह में प्रयागराज में आयोजित किए जा रहे महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सात लेयर की सुरक्षा प्रणाली लागू की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय, अंतरराज्यीय व जिले में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं की जांच की जाएगी।
साथ ही मेला परिसर के अंदर चार लेयर की सुरक्षा लागू की जा रही है। एआई आधारित सीसीटीवी कैमरों के साथ-साथ, ड्रोन व एंटी ड्रोन सिस्टम के अलावा प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों के हवाले महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने पत्रकारों से कहा कि महाकुंभ को लेकर कॉरिडोर का भी निर्माण किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को स्नान ध्यान करने में कोई परेशानी न उठानी पड़े। काशी की तरह ही चित्रकूट व अयोध्या में श्रीराम लला के मंदिर के साथ ही विंध्याचल में भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव के लिए सरकार ने 200 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदे हैं। साथ ही आपदा मोचन बलों की भी तैनाती महाकुंभ में की जा रही है। फायर सर्विस का भी इंतजाम मौके पर किया जा रहा है।सोमवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी ने पत्रकारों से कहा कि महाकुंभ को लेकर कॉरिडोर का भी निर्माण किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को स्नान ध्यान करने में कोई परेशानी न उठानी पड़े। काशी की तरह ही चित्रकूट व अयोध्या में श्रीराम लला के मंदिर के साथ ही विंध्याचल में भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव के लिए सरकार ने 200 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदे हैं। साथ ही आपदा मोचन बलों की भी तैनाती महाकुंभ में की जा रही है। फायर सर्विस का भी इंतजाम मौके पर किया जा रहा है।शिक्षण संस्थाओं के युवाओं को प्रशिक्षित करके डिजिटल वॉरियर्स के रूप में मेला परिसर में तैनात किया जाएगा। साथ ही मेला परिसर में सभी संबंधित विभागों के कैंप कार्यालय खोले जा रहे हैं। इसके चलते जरूरत पड़ने पर मौके पर ही समस्या का समाधान हो सकेगा।
हर जिले में साइबर थाना व साइबर डेस्क की स्थापना
उन्होंने बताया कि साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर हर जिले में साइबर थाना व साइबर डेस्क स्थापित की जा रही है। लोगों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। साथ ही तत्काल पुलिस को साइबर अपराध की सूचना देनी होगी, जिससे आसानी के साथ साइबर अपराधियों तक पहुंचा जा सके। पुलिस कर्मियों को साइबर अपराध रोकने के लिए विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रेस कान्फ्रेंस में एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश भी उपस्थित थे।