सीएमएस स्कूल वैन हादसा: बच्चों की चीख-पुकार सुनकर सहम गए राहगीर
स्वतंत्रदेश ,लखनऊहादसे के बाद पलटी स्कूली वैन के नीचे दबे बच्चों की चीख-पुकार सुन राहगीर सहम गए। जब मौके पर पहुंचे तो बच्चों के बैग बिखरे हुए थे। कुछ बच्चे खुद ही वैन से निकलने का प्रयास कर रहे थे, जबकि कुछ बेसुध थे। वैन में नीचे दबी माही हादसे के बाद बेसुध हो गई थी। मदद के लिए पहुंचे लोग उसको मृत समझ रहे थे। लोगों ने अन्य बच्चों को निकालना शुरु किया। इस बीच माही की चीख सुनकर लोग दौड़कर उसके पास पहुंचे और उसे भी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे के वक्त एक निजी स्कूल की शिक्षिका अपनी कार से स्कूल जा रही थीं। हादसा देखकर वह रुक गईं। लोगों ने वैन के नीचे से खून से लथपथ आराध्या को निकाला। शिक्षिका ने अपनी कार से बच्ची को अस्पताल पहुंचाया।
हादसे के बाद लगा जाम
हादसे के बाद शहीद पथ पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से पहले पलटी वैन को सीधा करवाया। इसके बाद दुर्घटनाग्रस्त थार को भी क्रेन की मदद से हटवाया। वैन का फिटनेस वर्ष 2037 तक है। हालांकि वाहन का प्रदूषण सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका है।
40 मिनट बाद पहुंचे अहिमयाऊ चौकी इंचार्ज
घटनास्थल के सबसे करीब अहिमामऊ चौकी है। चौकी इंचार्ज धीरेंद्र सिंह मौके पर नहीं पहुंचे। खबर पाकर इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी पहुंच गए और घायल बच्चों को अस्पताल पहुंचवाया। करीब 40 मिनट के बाद दरोगा अस्पताल पहुंचे।
अस्पतालों में जाकर अफसरों ने लिया बच्चों का हाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर सीएम के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद और जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार लोहिया अस्पताल पहुंचे और घायल बच्चों को देखा। अभिभावकों से बातचीत की। दोनों अफसर इसके बाद आराध्या को देखने मेदांता अस्पताल पहुंचे। छात्रा के पिता विनय कुमार और उसके ताऊ आरएस यादव से मुलाकात की। परिजन ने डीएम से आर्थिक मदद दिलाने की मांग की।
अभिभावकों को पूरा सहयोग किया जाएगा
ब्रांच की दोनों प्रधानाचार्यों ने मेदांता और लोहिया संस्थान जाकर बच्चों का हालचाल लिया। अभिभावकों को विद्यालय की तरफ से पूरे सहयोग का आश्वासन दिया।- ऋषि खन्ना, जन संपर्क अधिकारी, सीएमएस
घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे हैं या नहीं, पुलिस को नहीं पता
23 किलोमीटर लंबे शहीद पथ पर कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पर, जहां हादसा हुआ वहां कैमरे थे या नहीं, इस सवाल पर इंस्पेक्टर सुशांत गोल्फ सिटी अंजनी कुमार मिश्र ने बताया कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पता लगाया जा रहा है कि घटनास्थल पर कैमरे हैं या नहीं। हाल में ही हुई घटनाओं को देखते हुए कैमरे लगवाए गए थे।