गलत साबित हुई प्रयागराज पुलिस की थ्योरी
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शहर के अतर सूइया इलाके में 28 अक्टूबर की देर रात मारे गए शाहगंज निवासी खुर्शीद की हत्या का खुलासा हो गया है। उसके पुराने दोस्त और महीने भर पहले दुश्मन बने युवक ने ही उसे मौत के घाट उतारा था। पुलिस हिरासत में आरोपी ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है। जिससे घटना के वक्त से लेकर 29 अक्टूबर की सुबह तक हत्या को सड़क हादसा बताने में जुटी अतरसुइया कोतवाली पुलिस बैकफुट पर आ गई है। हत्या के पीछे पैसे का लेन देन और झगड़ा बताया जा रहा है।
नगर के शाहगंज थानान्तर्गत गढ़ी सराय मोहल्ला निवासी मोहम्मद इदरीश का बेटा खुर्शीद वेल्डिंग का काम करता था। वह तीन भाई और दो बहनों में बड़ा था। बुधवार शाम को खुर्शीद अकेले स्कूटी लेकर घर से निकला था। रात करीब 10.30 बजे मीरापुर मोहल्ले में कालरा नर्सिंग होम के पास सड़क पर वह खून से लथपथ पड़ा था। सूचना पर पहुंची पुलिस उसे जख्मी हालत में काल्विन अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने खुर्शीद के मोबाइल के जरिए घरवालों से संपर्क किया।
पैसे को लेकर खुर्शीद का हुआ था विवाद
अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मौत का पता चला तो रोने पीटने लगे। घरवालों ने बताया कि खुर्शीद ने सऊदी अरब में नौकरी दिलाने वाले एक शख्स को पैसा दिया था, जिससे खुर्शीद का विवाद हुआ था। कुछ रिश्तेदारों ने पुलिस को बताया कि किसी ने फोन करके खुर्शीद को मीरापुर में बुलाया था, जिसके आधार पर पुलिस मोबाइल को कब्जे में लेकर उसकी जांच कर रही थी। चूंकि खुर्शीद स्कूटी समेत ऐसे गिरा था जैसे वह सड़क हादसे का शिकार हो गया हो।
इलाकाई पुलिस उसी आधार पर सड़क दुर्घटना करार दे रही थी, जबकि परिजन लगातार हत्या बता रहे थे। स्थानीय स्तर पर पुलिस का रवैया ठीक नही दिखने पर परिजनों ने एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी से शिकायत की। वहीं इंस्पेक्टर अतर सूइया दीपक सिंह का कहना है कि उसके एक साथी को पकड़ा गया है। पूछताछ की जा रही है।दोनो में पैसे को लेनदेन का विवाद था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।