यूपी में श्रद्धा हत्याकांड की तरह निर्ममता
स्वतंत्रदेश ,लखनऊअमरोहा के नौगांवा में 30 वर्षीय महिला की हत्या के बाद शव के छह टुकड़े कर कपड़े के दो थैलों में भरकर जंगल में फेंक दिया गया। महिला का सिर, एक हाथ, पैर और अन्य अंग को शरीर से अलग कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। काफी प्रयास के बाद भी शव की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने टुकड़ों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस पर मोर्चरी में रखवा दिया है।घटना नौगांवा सादात थानाक्षेत्र यहियापुर चौराहे से 200 मीटर दूर जंगल की है। यहीं पर पुलिस पिकेट लगती है। मंगलवार की सुबह स्थानीय लोग खेतों के लिए निकले तो उन्होंने यूकेलिप्टस के नीचे झाड़ियों में दो बड़े कपड़े के थैले पड़े दिखे। थैलों के आसपास पक्षी मंडरा रहे थे। लोग पास पहुंचने पर दुर्गंध आई तो लोगों ने इसकी सूचना पास में पुलिस पिकेट को दी। पुलिसकर्मियों ने मौके पर जाकर देखा तो दो थैलों में महिला के शव के छह टुकड़े थे। महिला ने सलवार और कुर्ता पहन रखा था।
थोड़ी देर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। पास में ही कपड़ों से भरा थैला भी पड़ा था। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष पंकज तोमर पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए और लोगों से पूछताछ करने के साथ ही शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। एसपी कुंवर अनुपम सिंह के निर्देश पर फॉरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। सीओ अंजलि कटारिया ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। एएसपी राजीव कुमार सिंह बताया कि मृतक महिला की उम्र करीब तीस साल है। उसकी पहचान नहीं हो सकी हैं। महिला को किसी धारदार हथियार से काटा गया और कितने टुकड़े किए गए, फॉरेंसिक टीम इसकी जांच कर रही है।
शव के दाएं हाथ की उंगली में मिली 786 लिखी अंगूठी
क्षेत्र में थैले में मिले महिला के शव को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। आखिर हत्यारों द्वारा शव यहां डालने का क्या उद्देश्य है और महिला कौन थी। शव हिंदू महिला का है या फिर मुस्लिम यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, पुलिस को जांच के दौरान महिला के दाएं हाथ की अंगुली से 786 लिखी अंगूठी मिली। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि महिला मुस्लिम हो सकती है। हालांकि, पुलिस अंगूठी के आधार पर भी शव की शिनाख्त करने के लिए जुटी है। वहीं, दूसरे थैले में मिले उसके कपड़ों से भी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। देर रात तक इस संबंध में कोई सफलता नहीं मिल सकी।
पुलिस की चार टीमें में खंगाल रही हैं सीसीटीवी कैमरे
महिला का टुकड़ों में शव मिलने के मामले में खुलासे के लिए आठ टीमें लगाई गई हैं। जिसमे चार टीमें सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रहीं हैं। एएसपी राजीव कुमार ने बताया कि महिला का चेहरे के आधार पर पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। आठ अलग-अलग टीमें शिनाख्त के लिए लगाई गईं हैं। बताया कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मृतक महिला की शिनाख्त करने के लिए जनपद पुलिस ने बरेली जोन के सभी थानों में महिला के चेहरे को फोटो भेजी हैं। गुमशुदगी भी चेक कराई जा रही है।
रामकुमार ने सबसे पहले देखे थे थैले
पुलिस के अनुसार अमरोहा नगर के रामकुमार मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे ट्रैक्टर से याहियापुर वाले मार्ग से गुजर रहे थे। तभी उनकी नजर वहां पड़े थैलों पर पड़ी थी। वह वहां रुके तो उन्हें अजीब सी बदबू महसूस हुई। वहीं, थैलों के ऊपर पंछी मंडरा रहे थे। उन्हें देखकर अन्य लोग भी रुक गए। इसके बाद स्थानीय पिकेट पर तैनात पुलिस कर्मियों को इसकी सूचना दी गई।
जिले में पहले भी मिल चुके हैं अज्ञात महिलाओं के शव
नौगांवा सादात थाना क्षेत्र में दो बड़े थैलों में छह टुकड़ों में मिले महिला के शव ने सभी को चौंका दिया है। महिला की जिस निर्ममता से हत्या की गई, यह होश उड़ाने वाली है। हालांकि जिले में यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी महिलाओं के कटे हुए शव बरामद हो चुके हैं।
कीकर के जंगल में महिला की निर्मम हत्या की गई थी
15 नवंबर 2021 में आदमपुर क्षेत्र के एक गांव में कीकर के जंगल में महिला की गर्दन और हाथ काट कर निर्मम हत्या की गई थी। हत्यारोपियों ने पहचान छिपाने के लिए उसकी गर्दन और हाथ बीस मीटर दूर फेंक दिए। शव के पास एक कृपाण का म्यान भी पड़ा मिला। आरोपियों ने जिस हाथ को काटकर छिपाने की कोशिश की है, उस पर कुछ नाम गुदे हुए थे। इसमें दो नाम अंग्रेजी और दो हिंदी में लिखे थे। काफी प्रयास के बाद शव की शिनाख्त हुई थी। अवैध संबंधों के शक में पति द्वारा हत्या करने की बात सामने आई।
कांशीराम कॉलोनी में मिला था युवती का अर्धनग्न शव
22 दिसंबर 2022 को हसनपुर कोतवाली क्षेत्र में संभल मार्ग पर कांशीराम कॉलोनी के नजदीक नाले में एक बीस वर्षीय युवती का अर्थनग्न अवस्था में शव मिला था। चेहरा बुरी तरह से जला हुआ था। काफी समय बाद शव की शिनाख्त हुई थी। अब नौगांवा सादात में मिले महिला के टुकड़ों वाले शव ने पुरानी घटनाओं की याद दिला दी है। शव की शिनाख्त करना पुलिस की लिए चुनौती साबित हो सकता है। वजह, शव के पास से ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। जिससे उसकी पहचान हो सके। हालांकि, पुलिस उसके चेहरे के आधार पर ही पहचान करने में जुटी है।