एक घंटे में आगरा-ग्वालियर, 1343 करोड़ बढ़ी लागत
स्वतंत्रदेश,लखनऊआगरा से ग्वालियर तक प्रस्तावित 88.40 किमी लंबे सिक्स लेन एक्सप्रेसवे को तीन के बजाए अब एक ही पैकेज में तैयार किया जाएगा। पूर्व में नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) ने इसकी अनुमानित लागत 2500 करोड़ रुपये निर्धारित की थी।हाइब्रिड एन्यूटी मोड (हैम) पर तैयार करने के लिए तीन पैकेज निर्धारित किए थे, लेकिन कंपनियों के रुचि नहीं लेने के कारण अब इसे एक ही पैकेज में सीधे 88.40 किमी का ठेका देने के टेंडर किए हैं। इसे बिल्ट आपरेट एंड ट्रांसफर यानी बीओटी बेसिस पर तैयार किया जाएगा। ऐसे में प्रोजेक्ट की लागत में भी वृद्धि हो गई है।अब एनएचएआइ ने इसके लिए 3841 करोड़ रुपये की राशि का टेंडर जारी किया है, जो 23 फरवरी को खोला जाएगा। पूर्व में जारी किए गए टेंडर को एनएचएआइ ने आगरा से धौलपुर के बीच 36.800 किमी का पहला पैकेज 972.10 करोड़ रुपये का तय किया था। इसी प्रकार 14.40 किमी का दूसरा पैकेज 1012.38 करोड़ रुपये और 37.200 किमी लंबाई का तीसरा पैकेज 997.41 करोड़ रुपये का तय किया था। इसके लिए दिसंबर 2023 में तीन अलग-अलग टेंडर जारी किए गए थे।
तीन पैकेज को मिलाकर एक टेंडर जारी
हैम मोड में एनएचएआइ द्वारा कंपनियों को भुगतान किया जाना था और स्वयं टोल वसूल करना था, लेकिन स्टडी के दौरान यह सामने आया कि कंपनियां इस मोड पर काम करने की इच्छुक नहीं हैं। ऐसे में अब तीन पैकेज को मिलाकर एक ही टेंडर जारी किया है। यह बीओटी बेसिस पर होगा, जिसमें कंपनी खुद पैसा लगाकर निर्माण कार्य कराएगी। इसके बाद निर्माण की कुल लागत निकलने तक टोल टैक्स वसूल करेगी। इसमें एनएचएआइ गारंटर के तौर पर बैंकों से कंपनी को फाइनेंस उपलब्ध कराएगी। ऐसे में इस प्रोजेक्ट की लागत में भी 1343 करोड़ रुपये से अधिक की वृद्धि हुई है, क्योंकि फाइनेंस की प्रक्रिया सहित अन्य कागजी कार्रवाई में भी खर्चा होगा।
आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के लिए हैम के बजाय अब बीओटी बेस पर टेंडर किए गए हैं। बढ़ी हुई लागत अनुमानित है, क्योंकि अभी स्टडी चल रही है। अभी टेंडर खोलने की डेट 23 फरवरी तय की गई है।
33 किमी कम होगी दूरी
यह एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद आगरा से ग्वालियर की दूरी 33 किमी कम हो जाएगी। सिर्फ एक घंटे के अंदर ग्वालियर पहुंचा जा सकेगा। वर्तमान आगरा- ग्वालियर हाइवे की लंबाई लगभग 121 किमी है और यह फोरलेन है। यह हाईवे मुरैना और धौलपुर के आबादी क्षेत्रों से होता हुआ निकलता है, जिसके कारण जाम के हालात बने रहते हैं। आगरा से ग्वालियर तक पहुंचने में ही दो से ढाई घंटे का समय लग जाता है।
प्रोजेक्ट के तहत ग्वालियर से आगरा के बीच 47 पुलिया, चार छोटे और पांच बड़े पुल बनाए जाएंगे। इसके अलावा एक रेल ओवरब्रिज और दो फ्लाइओवर का भी निर्माण किया जाएगा। इसमें सबसे बड़ा पुल चंबल नदी पर बनाया जाएगा। इसके अलावा रास्ते में मुसाफिरों के रुकने और स्वल्पाहार आदि के लिए दो ट्रंपेट भी तैयार किए जाएंगे यानी कि मुख्य एक्सप्रेसवे से अलग रोड निकालकर साइड में शौचालय और रेस्टोरेंट-कैफे जैसी सुविधा रहेगी।