खराब सेहत का हवाला देकर वकील ने मांगी अगली तारीख
स्वतंत्रदेश,लखनऊज्ञानवापी के संपूर्ण परिसर का सर्वे कराने की मांग को लेकर दाखिल प्रार्थना पत्र पर वकील के अस्वस्थ होने की बात कह सुनवाई की अगली तारीख मांगने पर अदालत ने शुक्रवार को एक हजार रुपये का हर्जाना लगाया। अगली सुनवाई 21 को होगी।स्वइंतेजामिया मसाजिद और सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की ओर से आपत्ति दाखिल की गई। वहीं, वादी पक्ष संख्या चार (दिवंगत हरिहर पांडेय) की ओर से उनके बेटों प्रणय कुमार पांडेय व कर्ण शंकर पांडेय ने सुनवाई के लिए अन्य तारीख देने की अपील की। दोनों की ओर से कहा गया कि अस्वस्थता के कारण उनके वकील हरिशंकर जैन दिल्ली से नहीं आ सके।यंभू विश्वेश्वरज्योतिर्लिंग की ओर से दाखिल 1991 के मुकदमे में वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी की ओर से संपूर्ण ज्ञानवापी का सर्वे कराने की मांग को लेकर दाखिल प्रार्थना पत्र पर शुक्रवार को सिविल जज (सीनियर डिवीजन फास्ट ट्रैक) प्रशांत कुमार सिंह की अदालत में सुनवाई हुई।
विजय शंकर रस्तोगी ने सुनवाई के स्थगन की मांग का विरोध किया। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने छह माह में मुकदमे के निस्तारण का आदेश दिया है। इस तरह के स्थगन प्रार्थना पत्र से सुनवाई अनावश्यक रूप से प्रभावित होगी। अदालत ने प्रणय और कर्ण की अपील तो स्वीकार कर ली, लेकिन दोनों पर 1000 रुपया हर्जाना भी लगाया। पं. सोमनाथ व्यास के नाती शैलेंद्र पाठक की ओर से भी इस मुकदमे में पक्षकार बनाने को प्रार्थना पत्र पर दिया गया है। उनके वकील सुधीर त्रिपाठी ने सुनवाई के दौरान यह मुद्दा उठाया।