राम मंदिर चर्चा के बीच ओवैसी ने PM मोदी से पूछे सवाल
स्वतंत्रदेश ,लखनऊलोकसभा में शनिवार को राम मंदिर निर्माण को लेकर चर्चा हुई। इसमें ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी भाग लिया।उन्होंने पूछा कि क्या मोदी सरकार केवल एक समुदाय और एक धर्म की सेवा करती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर का अभिषेक कार्यक्रम एक धर्म की दूसरी पर विजय थी?
क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?
राम मंदिर उद्घाटन पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए ओवैसी ने कहा कि देश के मुसलमानों से बार-बार अपनी देशभक्ति साबित करने के लिए कहा जाता है। क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं? मैं भगवान राम का सम्मान करता हूं लेकिन मैं नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं जिसने उस व्यक्ति को मार डाला जिसके अंतिम शब्द हे राम थे।’ ओवैसी ने 2019 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि मस्जिद विध्वंस एक ‘जघन्य कृत्य’ था।
निशिकांत दुबे पर बरसे औवेसी
इस बीच जैसे ही ओवेसी ने बाबर का जिक्र किया, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे खड़े हो गए और कहा कि आसन को केवल ओवेसी से पूछना चाहिए कि क्या वह बाबर को आक्रमणकारी मानते हैं। इस पर ओवैसी ने कहा, ‘आप पहले बताएं कि आप पुष्यमित्र शंग को क्या मानते हैं। उनके पास मंदिरों को तोड़ने के लिए एक सेना थी। मैं यही बात दोहरा रहा हूं कि आजादी के इतने सालों के बाद निशिकांत दुबे जी असदुद्दीन ओवैसी से बाबर के बारे में पूछ रहे हैं। आप मुझसे गांधी, बोस, जलियांवाला बाग के बारे में पूछते, लेकिन नहीं, आप मुझसे बाबर के बारे में पूछ रहे हैं। ओवैसी ने कहा, पीएम मोदी मुसलमानों को संदेश दे रहे हैं कि वे या तो अपनी जिंदगी चुन सकते हैं या न्याय