जीआरपी ने पिता-बेटी को पहुंचाया घर
स्वतंत्रदेश,लखनऊ :ललितपुर के एक दंपत्ति के बीच झगड़ा इतना बड़ गया कि नाराज पति अपनी 3 साल की बेटी को लेकर नंगे पैर ही भोपाल आने के लिए ट्रेन में बैठ गया। इधर, बेटी के गायब होने से परेशान मां ने पुलिस थाने में अपहरण की शिकायत कर दी। ललितपुर जीआरपी की शिकायत पर रविवार देर रात जीआरपी भोपाल ने बच्ची और उसके पिता के साथ राप्तीसागर एक्सप्रेस ट्रेन से उतार लिया। युवक बिना मोबाइल फोन और पैसों के ही घर से निकल गया था। पुलिस ने मासूम बच्ची को दूध और फल दिए। वह युवक को पापा कह रही थी। जीआरपी की सूचना पर महिला भी भोपाल पहुंच गई। दोपहर बाद उनके बीच सुलह हो गई है।

जीआरपी के अनुसार ललितपुर में रहने वाली 38 साल की एक महिला ने रविवार शाम जीआरपी में उसकी तीन साल की बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि 3 लोग उसकी बेटी को अपहरण कर राप्तीसागर एक्सप्रेस में बैठ गए हैं। शिकायत मिलते ही ललितपुर जीआरपी ने तत्काल भोपाल जीआरपी से संपर्क किया, क्योंकि ट्रेन का बीच में कोई हाल्ट नहीं था। हरकत में आई जीआरपी भोपाल ने ट्रेन के भोपाल पहुंचने पर उसमें सर्चिंग शुरू कर दी।
कुछ देर बाद ही पुलिस ने महिला के बताए हुलिए के आधार पर तीन साल की बच्ची को खोज लिया। उसके साथ मिले 28 साल के युवक ने अपना नाम संजय बताया। बच्ची उसे पापा बोल रही थी। पुलिस ने जब पूछताछ की, तो संजय ने बताया कि रविवार दोपहर पत्नी से झगड़ा हुआ था। इसी कारण वह अपनी बेटी को लेकर भोपाल आ गया। वह यहां पर ही रह कर बेटी को पालना चाहता है।
पुलिस को महिला के भोपाल आने का इंतजार
जीआरपी के अनुसार पूछताछ के बाद महिला को भोपाल बुलाया गया। महिला के यहां आने के बाद सुबह से उनकी काउंसलिंग कराई गई। करीब दो घंटे की समझाइश के बाद दोनों पक्ष मान गए। उनके बीच सुलह करवा दी गई है। बच्ची भी दोनों को सौंप दी गई है। उन्हें पारिवारिक झगड़े खत्म कर बेटी पर ध्यान देने को कहा है।
लड़के को परिवार वाले भी घर से निकल चुके हैं
जीआरपी के अनुसार संजय ने महिला से लव मैरिज की थी। इसलिए परिवार वाले उसके साथ खड़े नहीं हुए। उसके शादी करने के बाद उन्होंने उसे घर से निकाल दिया। करीब 4 साल से दोनों साथ रह रहे थे, लेकिन अब पारिवारिक विवाद के कारण वह अपनी पत्नी के साथ रहना नहीं चाहता है। हालांकि काउंसलिंग के बाद वह झगड़ा खत्म करने को तैयार हो गया है।