नई अमृत भारत ट्रेन की अंदर की तस्वीरें आई सामने
स्वतंत्रदेश ,लखनऊप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अयोध्या में नई अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी पुनर्विकसित अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे। नई अमृत भारत ट्रेनों और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे।दोनों इंजन ट्रेन को रफ्तार देंगे। आगे का इंजन ट्रेन को खींचेगा, जबकि पीछे का इंजन धक्का देगा। ट्रेन 130 किमी की रफ्तार से दौड़ेगी। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सोमवार को इसकी जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। रेल मंत्री ने बताया कि देश के सभी रूटों पर इस तरीके की ट्रेन चलाई जाएंगी। हर माह 20 से 30 अमृत भारत ट्रेनें बनाई जाएंगी।
अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, दुनिया भर में दो तरह की तकनीक रेलवे में लगती हैं। पहली डिस्ट्रीब्युटेड पावर, जिसमें हर दूसरे और तीसरे कोच में मोटर लगी होती है और ऊपर से बिजली आती है, वंदे भारत ट्रेन इसी तकनीक पर बनी है। दूसरी तकनीक पुल और पुश होता है, इसमें एक इंजन आगे लगा होता है जो ट्रेन को खींचता है और दूसरा इंजन पीछे लगा होता है जो ट्रेन को धक्का देता है। दोनों तकनीक पर देश में अपने इंजीनियरों द्वारा ट्रेन बनाई जा रही है। डिस्ट्रीब्युटेड पावर से वंदे भारत और पुल पुश टेक्नोलॉजी से अमृत भारत ट्रेन को बनाया गया है। अमृत भारत नॉन एसी ट्रेन है, जबकि वंदे भारत पूरी तरह एसी ट्रेन है। ट्रेन के कोच पूरी तरह शीशे से कवर हैं। इतना ही नहीं, ट्रेन में दोनों तरफ लगे इंजन को बेहतर किया गया है। चालक केबिन में एयर कंडीशन लगाया गया है, जिससे चालक को ट्रेन चलाने में समस्या न हो। इस ट्रेन में कवच लगे हैं, जिससे दो ट्रेनों के टकराने की संभावना नहीं होगी। चालक के केबिन में वाइब्रेशन भी काम होगा जिससे असुविधा नहीं होगी। यात्रियों के सुविधा के लिए अच्छी सीट और चार्जिंग पॉइंट की व्यवस्था है। जनरल कोच में भी ऊपर वाली सीट कुशन की है, जिससे यात्रियों का सफर आरामदायक होगा।
रेल मंत्री ने कहा कि चलने के दौरान अमूमन ट्रेन धीरे और तेज होती रहती हैं। इससे कई बार झटके भी लगते हैं, जबकि पुल-पुश तकनीक में ट्रेन का एक्सीलरेशन ज्यादा होने से झटके नहीं लगते। साथ ही ट्रेन जल्द रफ्तार पकड़ लेगी। इससे समय बचेगा। यदि यह ट्रेन दिल्ली से कोलकाता तक जाती है तो करीब दो घंटे का समय बचेगा।इसके टॉयलेट में पानी कम बर्बाद होगा। उन्होंने कहा कि ट्रेन बनाने के लिए बहुत बड़े बदलाव किए गए हैं। अमृत भारत ट्रेन में इस तरह से दो कोच के बीच सेमी परमानेंट कपलर लगाए गए हैं कि ट्रेन चलने या रुकने पर झटका नहीं लगेगा।