उत्तर प्रदेशराज्य

यूपी के इस जिले में गरजा प्रशासन का बुलडोजर

स्वतंत्रदेश , लखनऊकुकरैल नदी पर अतिक्रमण कर भीखमपुर में बनाए गए मकानों को बुधवार को खाली कराने का काम शुरू हो गया। देर शाम तक सभी 58 मकानों को खाली करा लिया गया। पहले ही दिन नौ मकानों को तोड़ दिया गया। इस बीच दो लोग बेहोश भी हो गए, उनको लोहिया अस्पताल भेजा गया।अब गुरुवार से अकबरनगर प्रथम और अकबरनगर द्वितीय को खाली कराने के लिए एलडीए के अधिकारी वहां एनाउंसमेंट करेंगे। कुकरैल नदी पर अवैध रूप से भीखमपुर, अकबरनगर प्रथम और अकबरनगर द्वितीय को बसाया गया था। इस कारण कुकरैल नदी का अस्तित्व समाप्त होने लगा था।एलडीए ने सर्वे कर इन तीनों ही स्थानों पर 1227 अवैध निर्माण को चिह्नित कर उनको ध्वस्त करने के आदेश डेढ़ माह पूर्व दिए थे। लोगों को 30 दिन में अपना अवैध निर्माण खुद तोड़ने के आदेश दिए गए थे। इसके बाद भी जब किसी ने अपना अवैध निर्माण नहीं तोड़ा तो एलडीए ने सोमवार को भीखमपुर के 58 अवैध निर्माण को दो दिन में गिराने का एनाउंसमेंट कर दिया।

बुधवार सुबह होते ही स्थानीय लोगों ने अपना सामान निकालना शुरू कर दिया। खुद ही अपने घरों की लोहे और स्टील की बनी रेलिंग तोड़ी। पंखे और एसी निकालकर सामान को पारा स्थित आसरा आवास योजना में आवंटित डूडा और बसंतकुंज योजना के प्रधानमंत्री आवासों को पहुंचाया।

भीखमपुर के 58 मकानों को किया गया चिह्नित

नगर निगम का प्रवर्तन दस्ता भी अपने ट्रकों से लोगों का सामान निश्शुल्क पहुंचाता रहा। भीखमपुर के 58 घरों को ध्वस्तीकरण के लिए चिह्नित किया गया था। एलडीए के उपाध्यक्ष डा. इंद्रमणि त्रिपाठी और अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा, ओएसडी डीके सिंह, जोनल अधिकारी शशि भूषण पाठक सूची के साथ लोगों को मौके पर ही बसंतकुंज योजना में प्रधानमंत्री आवास का आवंटन करते रहे। कुल 58 विस्थापितों को प्रधानमंत्री आवास में शिफ्ट किया गया।

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