69000 शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों ने मांगी इच्छा मृत्यु
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को ई-मेल भेजकर न्याय देने की गुहार लगाई है। यह भी कहा है कि आरक्षण प्रभावित अभ्यर्थी पिछले तीन साल से न्याय न मिल पाने के कारण बहुत परेशान व दुखी हैं। साथ ही उन्होंने न्याय न मिलने के कारण इच्छा मृत्यु की मांग की है।पिछड़ा दलित संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कश्यप व प्रदेश संरक्षक भास्कर सिंह के नेतृत्व में लखनऊ में बैठक में आरक्षण प्रभावित अभ्यर्थियों ने आगे की रणनीति बनाई। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति व राज्यपाल को भेजे पत्र में अभ्यर्थियों ने कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती में 19 हजार सीटों पर आरक्षण घोटाला हुआ है। प्रदेश सरकार आरक्षण प्रभावित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा कि आरक्षण प्रभावित अभ्यर्थी पिछले तीन साल से न्याय पाने के लिए लड़ रहे हैं। कई बार लखनऊ में धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। भाजपा के मंत्री, विधायक व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनता दरबार में मिलकर न्याय की गुहार लगा चुके हैं। किंतु अभी तक उनको न्याय नहीं दिया गया है। अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार से न्याय दिलाने की मांग की है। साथ ही कहा है कि यदि यह संभव नहीं है तो आरक्षण प्रभावित अभ्यर्थियों को इच्छा मृत्यु की अनुमति दें।राष्ट्रपति तथा राज्यपाल से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाने वालों में दीपिका राजपूत, पूनम यादव, मालू सिंह चौधरी, नितिन पाल, प्रदीप कुमार कमल, बीपी डिसूजा, पूजा, पूजा वर्मा आदि अभ्यर्थी शामिल हैं। सुशील कश्यप ने कहा कि 20 नवंबर को लखनऊ हाईकोर्ट की डबल बेंच में होने वाली सुनवाई में सरकार कोर्ट में याची बनकर न्याय के लिए लड़ रहे अभ्यर्थियों को याची लाभ दिलाए।