तकनीक व भव्यता की मिसाल होगा राम मंदिर
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:राम जन्मभूमि परिसर में निर्माणाधीन राममंदिर भव्यता व तकनीक की मिसाल तो होगा ही, भक्तों को सुविधा देने में भी अव्वल होगा। राममंदिर में भीड़ नियंत्रण से लेकर सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन पर काम हो रहा है। मंदिर में सामान्य व वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था होगी। वृद्ध व दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। नए मंदिर में भक्तगण रामलला की सभी पांच तरह की आरती के साक्षी बन सकेंगे।वर्तमान में भक्त रामलला की मंगला आरती, भोग आरती व संध्या आरती में शामिल हो सकते हैं। हर आरती में 30 भक्त शामिल होते हैं। इसके लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कार्यालय पर उन्हें पास दिया जाता है। वह भी नि:शुल्क। केवल आईकार्ड जमाकर पास की सुविधा मिल जाती है। अब ट्रस्ट रामलला की शयन आरती के लिए भी भक्तों को पास जारी करने पर विचार कर रहा है। यह व्यवस्था नवंबर माह से लागू हो सकती है।
नए मंदिर में होंगे हर जरूरी इंतजाम
रामलला के नए मंदिर में भक्तों के लिए हर जरूरी इंतजाम होंगे। भक्त जिस रास्ते से जाएंगे, उस पर श्रद्धालुओं के बैठने, धूप से बचने, पानी व एटीएम की व्यवस्था होगी। इस मार्ग की भव्यता भी भक्तों को लुभाएगी। मंदिर में वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए रैंप व लिफ्ट भी लगाई जा रही है। परिसर के प्रवेश द्वार पर ही यात्री सुविधा केंद्र विकसित हो रहा है। यहां 25 हजार भक्तों के सामान रखने के इंतजाम होंगे। श्रद्धालु कुछ देर तक विश्राम भी कर सकेंगे। यात्री सुविधा केंद्र में सभी मूलभूत सुविधाएं होंगी। प्रशिक्षित व कई भाषाओं के जानकार गाइड भी रहेंगे जो श्रद्धालुओं के मददगार बनेंगे।