पांच शहरों में एनआईए के छापे
स्वतंत्रदेश,लखनऊराष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सीपीआई (माओवादी) की बढ़ती सक्रियता पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश के पांच शहरों में आठ स्थानों पर छापे मारे। यह कार्रवाई नक्सलियों को रही फंडिंग और उनके फिर से सक्रिय होने के मद्देनजर की गई।एनआईए की टीमों ने मंगलवार को प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया में दबिश दी।एनआईए की लखनऊ शाखा में भारत सरकार के खिलाफ युद्ध की साजिश, आपराधिक षड्यंत्र व यूएपीए एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इसके तहत वाराणसी के भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यालय पर छापा मारा गया। मोर्चा की स्थानीय यूनिट अध्यक्ष आकांक्षा आजाद और संयुक्त सचिव सिद्धि से आठ घंटे तक पूछताछ की गई। इनके कमरे से एक मोबाइल, दो लैपटॉप, पत्रिकाएं व कागजात जब्त किए गए हैं। आकांक्षा को नोटिस देकर 12 सिंतबर की सुबह 11 बजे लखनऊ स्थित एनआईए कार्यालय बुलाया गया है।
प्रयागराज में मानवाधिकार कार्यकर्ता सीमा आजाद और उनके पति विश्वविजय, एडवोकेट सोनी आजाद, सामाजिक कार्यकर्ता रितेश विद्यार्थी, मनीष आजाद के घर की जांच हुई। कृपा शंकर और उनके पार्टनर बिंदा के घर पर भी छापे पड़े। रितेश की मां ऊषा देवी ने बताया कि जांच में एजेंसी को कुछ भी आपत्ति जनक नहीं मिला है।टीम ने देवरिया निवासी राजेश की ससुराल आजमगढ़ स्थित बैरमपुर गांव जाकर छानबीन की है। टीम ने सुबह पांच बजे छापा मारकर एक कमरे में रखी किताबों की जांच की और कुछ दस्तावेज साथ ले गई। एक मेज पर माओवादियों से संबंधित अनेक साहित्य व किताबें रखी थीं। टीम ने इनको बाहर निकलवाया और टार्च की रोशनी में एक-एक काे देखा।टीम ने देवरिया के उमानगर इलाके में जनवादी क्रांति दल के महासचिव के रामनाथ चौहान के यहां छापा मारा। बताया गया कि वह घोसी के उपचुनाव में एक दल का प्रचार कर रहे थे। यह पहले बसपा से भी जुड़े रहे हैं। चंदौली में थाना क्षेत्र के बगही कुंभापुर स्थित रोहित राय के घर पर भेर में ही टीम ने 50 पन्नों का रजिस्टर, डायरी व कुछ अन्य कागजात जब्त किए। रोहित बिहार के औरंगाबाद जेल में बंद है।