हंगामा के बाद विधानसभा सत्र स्थगित
स्वतंत्रदेश, लखनऊ:उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र के पहला दिन जोरदार हंगामा हुआ। सपा और रालोद के विधायक नारेबाजी करते हुए सदन की वेल में आ गए थे। महंगाई और भ्रष्टाचार के मुद्दे वो हंगामा कर रहे थे। साथ ही, विपक्ष मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव लाना चाहता था।स्पीकर सतीश महाना ने पहले 30 मिनट के लिए सत्र कार्रवाई को रोका। मगर फिर, उन्होंने मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए कार्रवाई को स्थगित कर दिया।

अखिलेश बोले-हम एक सच्चे योगी के रूप में आपसे बोलने की अपेक्षा करते हैं
सदन में चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तंज किया। यूपी विधानसभा में अखिलेश ने मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए सीएम योगी से कहा, ‘जानते हैं आपकी मजबूरी’। अखिलेश ने कहा कि इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बोलना चाहिए। इस पर विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने उन्हें नियमावली देखने को कहा। अखिलेश ने कहा कि दुनिया में कोई ऐसी जगह नहीं बची, जहां पर मणिपुर की घटना की निंदा न हुई हो।
उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे देश में राष्ट्रपति के ऑफिस ने निंदा की है। यूरोप के तमाम देशों ने निंदा की। इंग्लैंड ने निंदा की। क्या हम अपेक्षा नहीं कर सकते कि नेता सदन इस पर कुछ बोलें। इस पर स्पीकर ने कहा कि वो जहां बोलना होगा बोलेंगे। अखिलेश ने कहा कि हम जानते हैं कि भाजपा के मुख्यमंत्री के रूप में आपकी बहुत मजबुरियां हैं। लेकिन हम एक सच्चे योगी के रूप में आपसे बोलने की अपेक्षा करते हैं।
सत्र शुरू होने से पहले सपा और रालोद के विधायक गले में टमाटर-लहसुन की माला पहनकर साइकिल पर विधानसभा पहुंचे थे। सरकार के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां उनके हाथ में थीं। विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर सपा विधायक डीजल-पेट्रोल महंगा होने, ओबीसी-एससी-एसटी आरक्षण, महिला अपराध के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।
सत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना समेत सत्ता और विपक्ष से जुड़े विधायक सुबह 11 बजे पहुंचे थे। स्पीकर सतीश महाना के पटल पर आते ही सदन के अंदर हंगामा शुरू हो गया।