उत्तर प्रदेशलखनऊ

दुर्घटनाग्रस्त बच्चों का पहला ट्रामा सेंटर

स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:केजीएमयू में जल्द ही बच्चों के लिए इमरजेंसी ट्रामा सेंटर की सुविधा शुरू होगी, जहां दुर्घटनाग्रस्त बच्चों का इलाज होगा। अभी तक यह सुविधा केवल विदेशों में उपलब्ध है। दुनिया के कुछ देशों में बच्चों के लिए अलग ट्रामा इमरजेंसी है। केजीएमयू में इस सुविधा को शुरू करने पर डिपार्टमेंट ऑफ पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक में काम शुरू हो गया है।

केजीएमयू में जल्द ही बच्चों के लिए इमरजेंसी ट्रामा सेंटर की सुविधा शुरू होगी जहां दुर्घटनाग्रस्त बच्चों का इलाज होगा। अभी तक यह सुविधा केवल विदेशों में उपलब्ध है। दुनिया के कुछ देशों में बच्चों के लिए अलग ट्रामा इमरजेंसी है।

केजीएमयू के वीसी मेजर डॉ. बिपिन पुरी का कहना है कि बच्चों के लिए बनने वाला यह ट्रामा सेंटर पूरे यूपी में एक रोल मॉडल की तरह काम करेगा। इसके शुरू होने से केजीएमयू सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में उभरेगा। डॉ. पुरी ने बताया कि शुरुआत में केजीएमयू में जो ट्रामा सेंटर चल रहा है फिलहाल उसी बिङ्क्षल्डग में बच्चों व बड़ों की समानांतर व्यवस्था चलेगी। इसी में करीब 30 बेड बच्चों के लिए अलग से शुरू किए जाएंगे। मार्च 2021 से पहले ही इस सुविधा को शुरू करने का लक्ष्य है। हालांकि, बाद में बच्चों के लिए अलग से बिल्डिंग बनाए जाने की भी योजना है। साथ ही अलग से वेंटिलेटर व मॉनिटर की भी व्यवस्था की जाएगी

वर्ष 2019 में जनवरी से दिसंबर तक पूरे लखनऊ में करीब 2700 से 2800 ऐसे मरीज आए जोकि सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में आए। उनमें से करीब 858 केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में आए। करीब एक साल में सरकारी के अलावा जो प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में इलाज कराते हैं, वह 25 से 30 फीसद यानी करीब 4000 से 4500 अतिरिक्त बच्चे इलाज कराने आए।।

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