लाइन लॉस वाले 50 ब्लॉको में नए सिरे से होगी निगरानी
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:प्रदेश में सर्वाधिक लाइन लॉस वाले 50 ब्लाकों की निगरानी बढाने के निर्देश दिए गए हैं। यहां की स्थितियों की हर माह समीक्षा की जाएगी। संबंधित ब्लाक के अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी देखी जाएगी। इस संबंध में कॉरपोरेशन के अध्यक्ष ने सभी प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में सर्वाधिक लाइन लॉस वाले 50 ब्लॉक चिन्हित किए गए हैं। इसमें पूर्वाचल के सात जिलों के 18 ब्लॉक, मध्यांचल के छह जिलों के 14 ब्लॉक, दक्षिणांचल के छह जिले के 10 ब्लॉक, पश्चिमांचल के तीन जिलों के छह ब्लॉक और केस्को के दो ब्लॉक शामिल हैं। इन ब्लाकों में कॉरपोरेशन मुख्यालय के अधिकारी दौरा कर चुके हैं। स्थानीय अधिकारियों के साथ बैठक करके पूरी स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। इसमें राजस्व प्राप्ति की स्थिति, लाइन लॉस घटाने के लिए किए जा रहे प्रयास के तहत फीडरवार लाइन लॉस के विवरण और फीटर टैगिंग की स्थिति देखा है। बिलिंग और नॉन एमयू आधारित बिलिंग की समीक्षा भी की है।
अधिकारियों को निर्देश दिया है कि लाइन लॉस रोकने के साथ ही राजस्व वसूली बढाया जाए। अब निर्देश दिया गया है कि इन ब्लॉकों की हर माह समीक्षा की जाएगी। यह देखा जाएगा कि निगरानी बढ़ाने से लाइन लॉस के स्तर में कितना सुधार हुआ है। यह भी जांचा जाएगा कि राजस्व वसूली में कितनी वृद्धि हो रही है। जहां पर सुधार नहीं होता दिखाई पड़ेगा, वहां के अधिकारियों से लिखित में कारण पूछा जाएगा। अधिकारियों की ओर से किसी तरह की ढिलाई मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।