स्टार्टअप में आगे यूपी की बेटियां
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:प्रदेश की बेटियां अब स्टार्टअप में भी बेटों से पीछे नही हैं। यूपी आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट के डाटा के अनुसार वर्तमान में प्रदेश में कुल 8 हजार 713 स्टार्टअप रजिस्टर्ड हैं, जिसमें से 4 हजार 305 से अधिक महिलाओं के स्टार्टअप हैं। जिसे DPIIT ने भी मान्यता दी है।
सरकार प्रदेश की महिलाओं को स्वावलंबी, आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास करने का दावा कर रही हैं। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप इसको धरातल पर उतार कर यूपी के इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट ने महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है।
यूपी आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट प्रदेश में स्टार्टअप की दुनिया में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कई तरह की रियायतें दे रहा है। यूपी आईटी एंड इलेक्ट्रानिक्स डिपार्टमेंट के विशेष सचिव अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश में स्टार्टअप की दुनिया में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इसी के तहत महिला उद्यमियों को अतिरिक्त 50% का अनुदान दिया जा रहा है। विभाग एक स्टार्टअप के लिए कुल 7.5 लाख की धनराशि अनुदान के रूप में दी जाती है। अगर स्टार्टअप में 26% से अधिक से भागीदारी होती है तो 50% अतिरिक्त अनुदान दिया जाता है। ऐसे में महिला उद्यमी को 3 लाख 75 हजार की अतिरिक्त अनुदान धनराशि दी जाती है। इसके अलावा उन्हें एक वर्ष के लिए प्रति माह 17,500 रुपये का भरण-पोषण भत्ता दिया जाता है। विभाग की इसी योजनाओं का फायदा उठाकर प्रदेश की करीब चार से अधिक आदिशक्तियों ने अपने सपनों को उड़ान दी। स्टार्टअप इको सिस्टम का अनुष्का और नेहा जैसी कई महिलाओं के जीवन पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ा है। स्टार्टअप के जरिये वे वित्तीय और सामाजिक बाधाओं को दूर करने में सक्षम हुईं हैं। विभाग की यह योजना प्रदेश में महिला उद्यमिता के लिए एक गेम-चेंजर साबित हुई है।