कहीं रात को हुआ होलिका दहन, कहीं आज होगा
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ:तमाम असमंजस के बीच होलिकोत्सव की शुरुआत सोमवार को होलिका दहन से हुई। कई इलाकों में सोमवार रात होलिका दहन किया गया, जबकि कई इलाकों में लोग मंगलवार शाम होलिका जलाएंगे। वहीं जिन इलाकों में होलिका दहन हुआ भी है वहां मंगलवार को रंग खेला तो जा रहा है, पर बहुत कम संख्या में लोग बाहर निकलेंगे।
एसा माना जा रहा है कि होली की रौनक बुधवार को ही नजर आएगी। चौपटिया होली बरात समिति ने सुबह 9.30 बजे बरात निकाली, एक दूसरे को रंग लगाया। होलिकोत्सव समिति की ओर से भी आयोजन शुरू हो गया है।
यहां हुआ होलिका दहन
राजाबाजार होलिकोत्सव समिति की ओर से रात 10 बजे तो मनकामेश्वर मंदिर के ठीक बाहर रात 12.25 मिनट पर महंत देव्या गिरी व अन्य श्रद्धालुओं ने होलिका दहन किया। होलिकोत्सव समिति चौक में भी होली का तीन दिवसीय आयोजन सोमवार से शुरू हो गया। शाम छह बजे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हुई।
रात 12.20 बजे होलिका दहन किया गया। चौपटिया होली बरात समिति ने रात 1.40 बजे होलिका जलाई। अध्यक्ष मणिकांत पांडेय व महामंत्री ऋद्धि किशोर गौड़ ने बताया कि सुबह 9.30 बजे बरात निकलेगी। निरालानगर स्थित रामकृष्ण मठ में स्वामी मुक्तिनाथानंद के नेतृत्व में रात 9.30 बजे होलिका दहन किया गया।
यहां आज होगा होलिका दहन, कल रंग खेलेंगे
रामलीला समिति महानगर की सोमवार को हुई बैठक में अध्यक्ष ललित मोहन जोशी की मौजूदगी में तय हुआ कि रामलीला मैदान में होलिका दहन सात मार्च को रात 8 बजे होगा। जानीकपुरम विस्तार संयुक्त कल्याण महासमिति के महासचिव एडवोकेट विनय कृष्ण पांडेय ने बताया कि महासमिति से संबद्ध सेक्टरों में समितियां मंगलवार शाम 7.30 से रात 10 बजे के बीच होलिका दहन करेंगी।
लखनऊ जनकल्याण महासमिति अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने बताया कि महासमिति से जुड़े लोग मंगलवार शाम 7 बजे होलिका दहन करेंगे और रंग आठ मार्च को खेला जाएगा। इंदिरानगर आवासीय महासमिति के महासचिव सुशील कुमार बच्चा के मुताबिक, समिति से जुड़े लोग रात 8 बजे होलिका दहन करेंगे।
शास्त्रीय मत वैदिक ज्योतिष शोध परिषद के अध्यक्ष महामहोपाध्याय डा. आदित्य पांडेय के अनुसार इस बार होलिका दहन 07 मार्च को होगा और 8 मार्च को होली खेली जाएगी. पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 06 मार्च को शाम 04 बजकर 17 मिनट पर होगी और इसका समापन 07 मार्च को शाम 06 बजकर 09 मिनट पर होगी. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 07 मार्च, मंगलवार को शाम 06 बजकर 24 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. भद्रा काल का समय 06 मार्च को शाम 04 बजकर 48 मिनट पर शुरू होगा और 07 मार्च को सुबह 05 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि होलिका दहन पूर्णिमा के दिन प्रदोष काल में की जाए तो सबसे शुभ होता है। इस दौरान भद्रा मुख को त्याग करके रात के समय होलिका दहन करना शुभ होता है। होलिका दहन के दिन होली का पूजा के बाद जल अर्पित करें। इसके बाद शुभ मुहूर्त के अनुसार अपने घर के किसी बड़े बुजुर्ग व्यक्ति से होलिका की अग्नि प्रज्वलित करवाएं। होलिका की अग्नि में फसल सेंके और मुमकिन हो तो इसे अगले दिन सपरिवार ग्रहण अवश्य करें। कहा जाता है होलिका दहन के दिन किया जाने वाला यह उपाय जो कोई भी व्यक्ति करता है उसके जीवन में निराशा और दुख का साया नहीं आता है। साथ ही उस व्यक्ति के परिवार के सभी लोग हमेशा रोगों से मुक्त स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीते हैं।