ताज में चादर पोशी और कव्वाली पर रोक लगाने की मांग
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल में मनाए जाने वाले उर्स के विरोध में भगवान शिव और पार्वती भूख हड़ताल बैठे हैं। उनका मानना है कि ताजमहल, तेजो महालय है और इसके अंदर बिना अनुमति चादर पोशी और कव्वाली नहीं होनी चाहिए। बिना अनुमति कार्यक्रम के आयोजन पर वह विरोध जता रहे हैं।
मामला ताजमहल के पास स्थित प्रतापपुरा चौराहे का है। यहां गुरुवार की सुबह भगवान शिव के रूप में जितेंद्र कुशवाहा और मां पार्वती के रूप में उषा वर्मा भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने बताया कि आरटीआई से मिली सूचना के आधार पर ताजमहल के अंदर चादर पोशी और कव्वाली की अनुमति नहीं है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल में मनाए जाने वाले उर्स के विरोध में भगवान शिव और पार्वती भूख हड़ताल बैठे हैं। उनका मानना है कि ताजमहल, तेजो महालय है और इसके अंदर बिना अनुमति चादर पोशी और कव्वाली नहीं होनी चाहिए। बिना अनुमति कार्यक्रम के आयोजन पर वह विरोध जता रहे हैं।
मामला ताजमहल के पास स्थित प्रतापपुरा चौराहे का है। यहां गुरुवार की सुबह भगवान शिव के रूप में जितेंद्र कुशवाहा और मां पार्वती के रूप में उषा वर्मा भूख हड़ताल पर बैठ गए। उन्होंने बताया कि आरटीआई से मिली सूचना के आधार पर ताजमहल के अंदर चादर पोशी और कव्वाली की अनुमति नहीं है। इसको लेकर इसने अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्रवाई न होने पर आज भूख हड़ताल शुरू की गई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता मीना दिवाकर एवं संचालन जिला प्रभारी सौरव शर्मा एवं जिला अध्यक्ष मनीष पंडित कर रहे हैं।आगरा में शाहजहां का 368वां उर्स 17 से 19 फरवरी तक ताजमहल में मनाया जाएगा। तीन दिवसीय उर्स में दो दिन दोपहर दो बजे के बाद और तीसरे दिन यानी 19 फरवरी को पूरे दिन पर्यटक निशुल्क प्रवेश कर सकेंगे। उर्स के मौके पर ही तहखाना में स्थित शाहजहां और मुमताज की असली कब्रों को देखने का मौका मिलेगा।