बढ़ सकती है स्वामी प्रसाद की मुश्किल
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:रामचरितमानस पर अमर्यादित टिप्पणी के मामले में सोमवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री व सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ हजरतगंज व ठाकुरगंज थाने में तहरीर दी गई है। इनमें केस दर्ज कर उनको गिरफ्तार करने की मांग की गई है।
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी व वकील शिशिर चतुर्वेदी ने स्वामी प्रसाद के खिलाफ हजरतगंज थाने में तहरीर दी है। उधर, शाम चार बजे स्वामी प्रसाद के घर पर प्रदर्शन के लिए जा रहे महासभा के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने सिविल अस्पताल के सामने रोक लिया। इस दौरान करीब आधे घंटे तक उनके बीच नोकझोंक हुई। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज अखिलेश मिश्रा के मुताबिक तहरीर की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद केस दर्ज किया जाएगा।ठाकुरगंज बालागंज आजादनगर निवासी अवधेश तिवारी ने ठाकुरगंज थाने में तहरीर दी। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री का कृत्य हिंदुओं की आस्था पर चोट है। प्रभारी निरीक्षक ठाकुरगंज विकास राय ने भी कहा कि तहरीर की जांच रिपोर्ट आने पर केस दर्ज किया जाएगा।
रामचरितमानस पर बिहार के मंत्री की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद अब समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान देकर विवाद को बढ़ा दिया है। सपा नेता ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था। करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते। इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।
सत्ता न मिलने के कारण स्वामी प्रसाद को पड़ रहा पागलपन का दौरा
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के राम चरित मानस पर प्रतिबंध लगाने और ग्रंथ को बकवास कहने पर विहिप भड़क उठी है। विहिप मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि हिंदू धर्मग्रंथ श्रीरामचरितमानस पर पूर्व मंत्री सपा नेता स्वामीप्रसाद मौर्य जैसे अज्ञानी प्रतिबंध लगाने की बेतुकी बातें कर रहे हैं।
उन्होंने कहा सत्ता ना मिलने के कारण उन्हें पागलपन का दौरा पड़ रहा है। कहा कि रामचरित मानस एक पुस्तक नही यह मानव जीवन को सर्वश्रेष्ठ बनाने का अमृत कुंभ है। अयोध्या को रक्त रंजित करने वालों के हमसफर मौर्य ने श्रीराम भक्तों का अपमान किया है। मानसिक विक्षिप्त श्रीराम विरोधी को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए।