बिजली चोरी पर लगाम कसेगा पावर कारपोरेशन
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:ज्यादा बिजली चोरी वाले क्षेत्रों में अब लगातार आकस्मिक छापेमारी की जाएगी। बिजली चोरी पर कड़ाई से अंकुश लगाने के लिए पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम. देवराज ने अधिकारियों-अभियंताओं को निर्देश दिया है कि प्रत्येक वितरण निगम के 10 ज्यादा लाइन हानि वाले फीडर पर पहले-पहल छापेमारी की जाए। छापेमारी से कितनी लाइन हानि कम हुई इसकी साप्ताहिक समीक्षा भी की जाए।
ज्यादा लाइन हानि के चलते गंभीर वित्तीय संकट से जूझते पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने अब बिजली चोरी पर पूरी तरह से रोक लगाने की ठानी है। कारपोरेशन के अध्यक्ष ने शुक्रवार को कारपोरेशन के साथ ही प्रर्वतन दल के अधिकारियों की बैठक में कहा कि राज्य के 1297 फीडर ऐसे हैं जहां सबसे ज्यादा बिजली चोरी हो रही है। बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए संबंधित क्षेत्र में नियमित रूप से छापे मारे की जाएं।
हिदायत दी कि छापेमारी में किसी उपभोक्ता को परेशान न किया जाए लेकिन कोई भी बिजली चोर छोड़ा भी न जाए। अध्यक्ष ने कहा कि छापेमारी वाले क्षेत्र की प्रति सप्ताह समीक्षा कर देखा जाए कि कितनी लाइनहानि कम हुई है? ज्यादा हानि वाले 10 फीडर पर की गई छापेमारी का ब्योरा अगली बैठर में पेश किया जाए। ज्यादा बिजली चोरी वाले क्षेत्रों में कम छापेमारी पर देवराज ने नाराजगी जताते हुए छापेमारी में लापरवाही बरतने वाले अधिशासी अभियंता और प्रवर्तन दल के प्रभारी अधिकारी से जवाब-तलब किए जाने के भी निर्देश दिए।देवराज ने बिजली चोरी के पूर्व में पकड़े गए लगभग 2.25 लाख मामले में राजस्व निर्धारण कर वसूली करने के साथ ही ऐसे सभी कनेक्शनों की फिर से जांच करने के भी निर्देश दिया। भुगतान के बिना कनेक्शन चलते पाए जाने पर अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि संबंधित क्षेत्र के लाइन मैन एवं अवर अभियन्ता के उत्तरदायित्व तय किए जाएं।अध्यक्ष ने कहा कि विद्युत चोरी एवं अनियमितता के राजस्व निर्धारण के मामलों को तेजी से निस्तारित किया जाए। सभी वितरण निगमों में सुनिश्चित किया जाए कि जिलों में बिजली चोरी निरोधक पुलिस थानों के कार्यालय अनिवार्य रूप से मुख्यालय पर रहे। शक्ति भवन में आयोजित बैठक में पुलिस महानिदेषक (सर्तकता) एसएम साबत, पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।