ठंड में अटैक के मरीजों में हो रहे ब्लॉकेज
स्वतंत्रदेश,लखनऊकानपुर में सर्दी के सीजन में हार्ट अटैक के मामलों में आई तेजी का असर अब राजधानी समेत कई जिलों में देखने को मिल रहा है। लखनऊ में भी सांस और दिल के मरीजों की समस्याएं बढ़ी हैं। इस बीच बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं।
वही, एक्सपर्ट्स कड़ाके की ठंड के दौरान ज्यादा सतर्क रहने की बात कह रहे हैं। SGPGI, KGMU और लोहिया संस्थान जैसे चिकित्सा संस्थानों में भी हार्ट की समस्या से जूझ रहे मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा हैं। हालांकि सटीक आंकड़ों की जानकारी चिकित्सा संस्थान देने से जरूर बचतें दिखाई दे रहे।SGPGI के प्रोफेसर और कार्डियो सर्जन डॉ. शांतनु पांडेय बताते हैं कि हर साल ठंड के सीजन में हार्ट अटैक के मामले बढ़ जाते हैं। विभाग में हमेशा ही मरीजों की संख्या ज्यादा रहती है, लेकिन सर्दियों में गंभीर मरीज ज्यादा आते हैं। इसकी वजह ठंड में नसों का सिकुड़ना होता है। इससे दबाव बढ़ जाता है, जो हार्ट अटैक या दिल संबंधी समस्याओं को जन्म देता है। सर्दियों में खून के थक्के जम जाना, ज्यादा तरल भोजन, शारीरिक गतिविधि कम होना भी वजह बनता है। ऐसे में ठंड से बचाव बहुत जरूरी है।