रामनगरी अयोध्या में खपाये जा रहे थे पांच सौ के नकली नोट
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:कालाधन पर नियंत्रण करने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2016 में नोट बंदी के साथ ही अन्य जतन भी किए हैं, लेकिन फर्जीवाड़ा करने वाले अभी भी सक्रिय है। रामनगरी अयोध्या में पांच-पांच सौ रुपए के नकली नोट को चलाने के प्रयास में लगे पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

रामनगरी में नकली नोटों को चलाने का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सुरक्षा के साथ खुफिया तंत्र की भी नींद उड़ा दी है। कोतवाली नगर पुलिस ने पांच-पांच सौ रुपये के नकली नोट को बरामद किया है। यह सभी नोट देखने में पांच सौ रुपये के वास्तविक नोटों की भांति ही हैं। यहां पर नोट पश्चिम बंगाल से लाए गए थे।
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में इस गिरोह के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि पकड़े गए लोगों में रौनाही के बभनियावां के सत्येंद्र सिंह, खिरौनी के सचिन सिंह, पूराकलंदर के दौलतपुर के कसान सहित सुल्तानपुर के कुड़वार अजुही के मोहम्मद स्वाले उर्फ नन्हें खां तथा लईक अहमद शामिल हैं, जिनके पास से 29 हजार रुपये के नकली नोट बरामद हुए हैं।
इन नोटों के बांग्लादेश से भारत में पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिसके पीछे भारत विरोधी तत्वों का हाथ है। इस मामले में एटीएस के बाद एनआईए का भी सहयोग लिया जाएगा।लईक और नन्हें पश्चिम बंगाल से 40 हजार रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट प्राप्त करते थे। यहां लाकर वह 50 से 70 हजार रुपये में इसे चलाने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों को प्रदान करते थे।