उत्तर प्रदेशराज्य

आवारा डॉग्स की आबादी पर लगेगी रोक

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:प्रयागराज में एक लाख से भी अधिक आवारा डॉगी सड़कों पर हैं। शहर के गली,मोहल्लों सहित बाहरी कॉलोनियों में भी कुत्तों का आतंक देखने को मिल रहा है। ऐसे में इनकी संख्या को नियंत्रित करने के लिए नगर निगम ने एक बार फिर से कवायद शुरू कर दी है।

पालतू डॉग्स का लाइसेंस बनने के बाद इस तरह का दिया जाता है टोकन।

इसी के तहत डॉग्स का बधियाकरण करने के लिए टेंडर निकाला गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही एजेंसी का चयन कर इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगा। पिछले साल भी बधियाकरण के लिए नगर निगम ने टेंडर निकाला था। मगर, किसी एजेंसी ने इसमें रुचि नहीं ली थी।

शहर में आवारा डॉग्स के बधियाकरण और घायल डॉग के इलाज के लिए करेलाबाग में एक अस्पताल का निर्माण भी कराया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। पशुधन अधिकारी डॉ. विजय अमृतराज बताया, “करेलाबाग में नगर निगम की एक बिल्डिंग में अस्पताल खोलने की तैयारी नगर निगम कर रहा है।”

उन्होंने आगे बताया, “एनिमल बर्थ कंट्रोल सिस्टम के तहत आवारा डॉग्स को पकड़कर उनका बंधियाकरण और टीकाकरण के लिए अस्पताल ले जाया जाएगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद फिर से डॉग्स को उसी स्थान पर छोड़ दिया जाएगा। इसके अलावा सड़क पर मिले घायल डॉग्स का भी उसी अस्पताल में इलाज होगा।” पशुधन अधिकारी ने बताया कि इससे डॉग्स की संख्या नहीं बढ़ेगी और वे खतरनाक नहीं होंगे।पालतू डॉग्स का लाइसेंस बनाने में नगर निगम का पशुधन विभाग जुटा हुआ है। पशुधन अधिकारी डॉ. विजय अमृतराज ने बताया, “अब तक 541 पालतू डॉग्स का लाइसेंस बनाया जा चुका है। लाइसेंस शुल्क 630 रुपए टोकन शुल्क के साथ लग रहा है।”

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