शौर्य मिसाइल से बढ़ेगी चीन-पाक की टेंशन
स्वतंत्रदेश ,लखनऊ : पड़ोसी देश चीन के साथ बॉर्डर पर तनाव के बीच भारत अपनी रक्षा ताकत को और मजबूत करने में लगा है। इसी के तहत भारत विगत कई दिनों से विभिन्न प्रकार के तथा नए नए किस्म के मिसाइलों का सफलतापूर्वक परीक्षण करता चला आ रहा है। आने वाले दिनों में भारत और कई नई किस्म की और ताकतवर मिसाइलों का परीक्षण करने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है। शनिवार की सुबह करीबन 12:10 पर अब्दुल कलाम द्वीप से एलसी4 से भारत ने शौर्य नामक मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह नई मिसाइल हल्की है और आसानी से ऑपरेट की जा सकती है।
सूत्रों की माने तो यह मिसाइल 800 किलोमीटर दूर तक किसी भी लक्ष्य को मार गिराने में पूरी तरह सक्षम है। जमीन से जमीन पर मार करने वाली यह मिसाइल काफी ताकतवर मानी जा रही है। यह मिसाइल पनडुब्बी से लांच किए जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का जमीनी रूप है। टू स्टेज राकेट वाली यह मिसाइल 40 किलोमीटर की ऊंचाई तक पहुंचने से पहले आवाज की 6 गुना रफ्तार से चलती है। उसके बाद यह टारगेट की ओर लगातार बढ़ती चली जाती है। यह मिसाइल सॉलि़ड फ्यूल से चलती है लेकिन क्रूज मिसाइल की तरह खुद को टारगेट तक गाइड कर सकती है।
इसके परीक्षण के मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ तथा अंतरिम परीक्षण परिषद आइटीआर से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों और वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद था। सूत्रों का कहना है कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन रणनीतिक मिसाइलों के क्षेत्र में कुल आत्मनिर्भरता को पूरा करने की दिशा में काम कर रहा है और इस वर्ष के शुरू में रक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मानिर्भर भारत के आह्वान के बाद अपने प्रयासों को और बढ़ाया है।
यहां आपको बता दें पिछले कुछ हफ्तों में भारत ने रक्षा क्षेत्र में कई अहम फैसले किए हैं। पिछले महीने एमबीटी अर्जुन टैंक से लेजर गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल एजीटीएम का टेस्ट किया गया था। यह टेस्ट पूरी तरह सफल रहा था इससे पहले अभ्यास हाई स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट का बालासोर से सफलतापूर्वक टेस्ट किया जा चुका है। सूत्रों की माने तो इस महीने के शुरुआत से आने वाले कई महीनों तक भारत ओडिशा के बालासोर के चांदीपुर अब्दुल कलाम द्वीप से कई नए किस्म और कई ताकतवर मिसाइलों का परीक्षण करने वाला है