स्वतंत्रदेश ,लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासी बवाल मचा हुआ है। इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के पहले कहा कि राज्य की तरफ से इस मामले में सीबीआई की जांच की संस्तुति तभी की जाए जब एसआईटी में सारी चीजें स्पष्ट न हो पाए। इस दौरान अठावले ने मायावती पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी का इस्तीफा मांगने का कोई हक नहीं है।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास अठावले हाथरस डीएम के सस्पेंड न किए जाने पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, ”अगले सप्ताह मैं लड़की के परिवार से मिलने वाला हूं। उन्होंने कहा इस मामले में दोषी सभी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हुई। पीड़ित परिवार का नार्को टेस्ट न कराए जाने को लेकर मुख्यमंत्री से बात करूंगा।”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे सीएम योगी पर पूरा भरोसा है इस पूरे मामले में निष्पक्ष कार्रवाई होगी पीड़ित परिवार के साथ यूपी सरकार खड़ी है। दलितों पर अत्याचार हर सरकार में हुआ इस सरकार में भी हो रहा है। केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश के राज्यपाल से मुलाकात कर पूरे मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
हाथरस के केस में कहना है कि दलित अत्याचार की बात सही है। योगी सरकार, मुलायम सरकार, मायावती और अखिलेश सरकार में होते थे। यह जातिवाद इसका कारण है। इसपर राजनीति नहीं करनी चाहिए। राहुल गांधी राजस्थान नहीं गए, यूपी में राजनीति करने आए पुलिस के साथ धक्का मुक्की भी हुई ,पुलिस ने उनको रोका था तो रुकना चाहिए था। 144 लगा है एसआईटी जांच चल रही थी पुलिस ने उनको गिराया ऐसा बिल्कुल नहीं है।
रामदास अठावले ने कहा कि, मुख्यमंत्री को फोन पर हाथरस मामले में प्रधानमंत्री जी ने बात की है। मायावती इस्तीफा मांगेंगी तो नहीं दिया जाएगा,सुझाव मायावती को देना चाहिए। डीएम द्वारा जो धमकाने की बात सामने आ रही है उनको ऐसा नहीं करना चाहिए। 2014 में मायावती की एक भी सीट नहीं आई 2019 में सपा साथ थी तो सीटें मिली,बसपा का ज्यादा भविष्य नहीं बचा है।
बिहार में हमारी बात चल रही है हमारी पार्टी को सीट नहीं मिली तो 15 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे बाकी जगह एनडीए का सपोर्ट करेंगे। हम जो वोट काटेंगे उसका फायदा भी बीजेपी जेडीयू को होगा