मंकीपॉक्स फैलने का खतरा?
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:केरल में मंकीपॉक्स के दो पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। बावजूद इसके प्रदेश में इस बीमारी को लेकर कोई ठोस तैयारी नहीं दिख रही है। यहां तक कि केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई नई एडवाइजरी अभी तक सभी जिलों में नही पहुंची है।
प्रदेश में मंकीपॉक्स की टेस्टिंग से लेकर ट्रीटमेंट तक के लिए अब तक एक गाइड लाइन करीब 50 दिन पहले जारी हुई है। इसके मुताबिक मंकीपॉक्स से जुड़े लक्षण पाए जाने पर सैंपल कलेक्ट करके टेस्टिंग के लिए NIV पुणे भेजे जाने के निर्देश जारी हुए थे।
रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर नही दिख रही स्क्रीनिंग
सरकार भले ही गैर प्रांत समेत अन्य देशों से आने वाले लोगों की रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की बात कर रही हो पर जमीनी हालात कुछ और ही है। प्रदेश में स्क्रीनिंग को लेकर अभी कोई अलर्टनेस नहीं दिखती। हालांकि स्वास्थ्य महकमा ट्रेसिंग करने के दावे जरूर कर रहा है।
भारत समेत 78 देश मंकीपॉक्स की चपेट में
इस बीच दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले लगातार बढ़ रहे है। यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका और एशिया के देशों मंकीपॉक्स तेजी से फैल रहा है। सबसे ज्यादा मामले यूरोप में है इसके बाद अमेरिका में भी तेजी से इसका संक्रमण लोगों को अपनी जद में ले रहा है।