पहला ट्रांसजेंडर पुलिस सहायता केंद्र
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में पहला ट्रांसजेंडर पुलिस सहायता केंद्र कमिश्नरेट के पश्चिमी जोन के कैसरबाग थाने में बृहस्पतिवार को खोला गया। इस केंद्र पर अब ट्रांसजेंडरों की शिकायतों पर 24 घंटे सुनवाई की जाएगी। सहायता केंद्र के लिए एक दरोगा, चार सिपाहियों की टीम तैनात की गई है। बृहस्पतिवार को एक सादे समारोह में डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा और एडीसीपी पश्चिम चिरंजीवनाथ सिन्हा ने केंद्र का उद्घाटन किया।
एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक, समाज के थर्ड जेंडर समुदाय को खुलकर अपनी बात रखने के लिए यह सहायता केंद्र बनाया गया है। यहां पर ट्रांसजेंडरों की शिकायत मिलते ही जांच शुरू कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए महिला दरोगा संगम यादव को नियुक्त किया गया है जिनके सहयोग में चार सिपाहियों की तैनाती की गई है।
केंद्र का यह होगा काम
प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, किन्नर कल्याण बोर्ड की पहली बैठक 19 अप्रैल को हुई थी। इस बैठक ने ट्रांसजेंडरों के लिए प्रदेश के हर थाने पर अलग से सेल बनाने का फैसला लिया गया था। इस सेल का काम ट्रांसजेंडरों के साथ होने वाले अपराध की निगरानी, समय से उनकी शिकायतों पर कार्रवाई, मुकदमा दर्ज करने व न्याय दिलाने का काम होगा।डीसीपी पश्चिम सोमेन वर्मा के मुताबिक, डीजीपी मुख्यालय से इस बात का आदेश जारी किया गया था कि सभी थानों पर ट्रांसजेंडरों के लिए अलग से सुरक्षा सेल का गठन किया जाए। इस आदेश के क्रम में लखनऊ के कैसरबाग थाने में यूपी का पहला ट्रांसजेंडर सेल शुरू किया जा रहा है।