स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाए जाने पर जोर
स्वतंत्रदेश , लखनऊ:प्रदेश में 359 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जल्द निर्माण किया जाएगा। इसमें 130 सीएचसी व 229 पीएचसी हैं। इन सीएचसी व पीएचसी के नए भवनों के साथ-साथ आधे-अधूरे पड़े भवनों को भी पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें इस पर जोर दिया जा रहा है।
उप्र में अभी 943 सीएचसी व 3649 पीएचसी हैं। प्रदेश की जनसंख्या के अनुसार इनकी संख्या बढ़ाने के प्रयास में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश में 1552 सीएचसी व 5177 पीएचसी होनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अस्पतालों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। नए व अधूरे पड़े अस्पतालों के भवन बनने से लोगों को दूर-दराज क्षेत्र में उपचार के लिए नहीं जाना होगा और न ही प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के लिए चक्कर लगाना होगा।