बेटे के इरादे भांप गया था फौजी पिता
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:लखनऊ में मां की गोली मारकर हत्या करने वाले 16 साल के बेटे के इरादों की भनक उसके पिता को पहले ही लग गई थी। छटपटाहट में उन्होंने 5 दिन में 2 हजार से ज्यादा कॉल किए। 3 जून को एक बार बात हुई, लेकिन दोबारा कॉल रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद से ही उन्हें एहसास हो रहा था कि अब पत्नी जिंदा नहीं है। उनकी ये आशंका उस वक्त यकीन में तब्दील हो गई जब खुद बेटे ने ही उन्हें कॉल करके कहा कि मां मर चुकी है।
नवीन कुमार सिंह पश्चिम बंगाल के आसनसोल में 21 राजपुताना बटालियन में पोस्टेड हैं। वह बताते हैं, ‘शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे मैंने पत्नी साधना को फोन किया। पूछा कि बिजली का बिल जमा हुआ कि नहीं। जवाब मिला- JE के पास ही जा रही हूं। यह मेरी पत्नी से आखिरी बातचीत थी। इसके बाद शाम को मैंने फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुआ। लगातार करीब 50 कॉल पर भी कोई जवाब नहीं मिला। इसी वक्त मुझे लगा कि बेटे ने मां को मार डाला।’
‘रविवार सुबह 8 बजे थे। मैंने फोन किया तो अचानक बेटे ने फोन उठा लिया। पूछा- मम्मी कहां है। बेटा बोला सामान लेने बाहर गई हैं। मैंने उससे कहा कि बहन से बात कराओ। बेटी ने भी वही बात दोहराई जो भाई बोल चुका था, लेकिन उसकी आवाज बुझी सी थी। मुझे पक्का लगने लगा कि बेटे ने उसकी मां को मार दिया है। इसके बाद मैंने सामने रहने वाले पड़ोसी को फोन किया। उनको घर भेजा। पड़ोसी ने बताया कि घर पर कोई नहीं है। बेटा क्रिकेट की किट लेकर स्कूटी से कहीं जा रहा है। इस पर मेरा शक पुख्ता हो गया, क्योंकि साधना बेटे को कभी स्कूटी नहीं देती थी।’
सुबह होते ही फिर कॉल लगाना शुरू कर दिया। दोपहर में साधना के पिता को फोन किया, लेकिन वहां से भी कोई हालचाल नहीं मिला। शाम के करीब 7:30 बज रहे थे। साधना के नम्बर से कॉल आई। रिसीव करते ही बेटे की बोझिल सी आवाज आई। बोला- पापा, मम्मी की किसी ने हत्या कर दी। सुनते ही मेरा कलेजा बैठ गया। मेरे मुंह से सीधे निकला- अपनी मां को मार डाला।’