उत्तर प्रदेशराज्य

अब आटो-टेंपों के संचालकों की नहीं चलेगी मनमानी

स्वतंत्रदेश,लखनऊ:टेंपो और आटो के संचालन में अब मनमानी नहीं चल पाएगी। वाहन नंबर के हिसाब से ही उनका मार्ग तय हो गया है। टेंपो और आटो के स्टैंड भी तय हो गए हैं। अब चालक ठेकेदारों की मनमानी का शिकार भी नहीं हो पाएंगे। अभी उनसे प्रतिदिन बीस रुपये किराया लिया जाता है, जबकि नगर निगम पंद्रह रुपये लेगा। इससे एक तो चालकों को बचत होगी तो उन्हें पुलिस व अन्य के उत्पीडऩ से भी राहत मिलेगी। खास बात यह है कि टेंपो और आटो सड़कों पर अव्यवस्थित नजर नहीं आएंगे तो शहरवासियों को जाम से भी राहत मिल सकेगी। इस तरह अवैध तरह से सड़कों पर दुकान लगाने वालों पर भी सख्ती होगी।

यातायात को बेहतर करने की दृष्टि से टेंपो और आटो संचालन को व्यवस्थित किया जाएगा।

नगर निगम मुख्यालय में हुई बैठक में टेंपो और आटो स्टैंड का संचालन कराने और नान वेंडिंग जोन में लग रही दुकानों को हटाने पर चर्चा हुई। नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि यातायात को बेहतर करने की दृष्टि से टेंपो और आटो संचालन को व्यवस्थित किया जाएगा। शहर में अलग-अलग जगहों पर 72 जगहों को चिन्हित किया गया है। किस स्टैंड पर कितने वाहन खड़े होंगे और उनके वाहन नंबर क्या होंगे। इसे भी तय कर दिया गया है। हर स्टैंड पर वाहनों के नंबर भी लिखे जाएंगे, जिससे वहां पर अवैध वाहनों का संचालन न हो सके। आवश्यकता होने पर और भी स्टैंड बनाए जाएंगे।

पटरी दुकानदारों को व्यवस्थित करने के लिए उन्हें वेंडिंग जोन में शिफ्ट किया जाएगा। शहर में करीब तीस हजार पटरी दुकानदार हैं, जिसमें से दस हजार ही नगर निगम की तरफ से अधिकृत वेंडिंग जोन में दुकानें लगा रहे हैं। नगर निगम अब वेंडिंग जोन में दुकान लगा रहे दुकानदारों से छह सौ प्रतिमाह किराया भी लगा। अभी किराया अवैध तरह से वसूला जा रहा था। नगर निगम को इससे हर साल पंद्रह से बीस करोड़ की आमदनी भी होगी। 

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