प्रयागराज में खड़ी कार का झांसी में टोल टैक्स
स्वतंत्रदेश,लखनऊ: फास्टैग सेवा से टैक्स कटौती का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। टोल प्लाजा पर फास्टैग अनिवार्य किए जाने के बाद यह अपने तरह की पहली शिकायत है, जब चेकनाका पर गए बिना ही पथकर काट लिया गया। प्रयागराज में खड़ी कार का झांसी के टोल प्लाजा पर फास्टैग के जरिए टोल टैक्स काटे जाने की शिकायत बृहस्पतिवार को एनएचएआई के परियोजना निदेशक से की गई। टोल प्लाजा से गुजरे बिना टैक्स काटे जाने के मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
कैमरे से स्कैन हुए बिना फास्टैग से टोल टैक्स कटने की शिकायत को लेकर अफसर भी हैरान हैं।कहा जा रहा है कि ऐसा तकनीकी समस्या के कारण हो सकता है। फिर भी इसकी वजहें खंगाली जा रही हैं। दरअसल प्रयागराज में तैनात एक अफसर के मोबाइल पर 10 मई को झांसी के रक्षा टोल प्लाजा पर आने -जाने यानी दोनों तरफ के टोल टैक्स की कटौती का मैसेज आया तो वह हैरान रह गए।
हैरानी की वजह यह थी कि जिस रक्षा टोल प्लाजा पर उनकी कार संख्या- यूके 06एएफ 6922 के फास्टैग से टोल टैक्स काटे जाने का मैसेज जारी किया गया, वहां से वह कार हाल फिलहाल में गुजरी ही नहीं थी। जबकि, 120 रुपये प्रति फेरे के हिसाब से उनके खाते से 240 रुपये पथकर के नाम पर कट गए। इसकी शिकायत उन्होंने बृहस्पतिवार को एनएचएआई के परियोजना निदेशक अश्विनी कुमार राय से की तो महकमे ने छानबीन शुरू करा दी। साथ ही फास्टैग से हुई पथकर की इस कटौती को लेकर फास्टैग सिस्टम पर सवाल भी उठने लगे।
जांच में पता चला कि टोल प्लाजा से नहीं गुजरी कार
हालांकि दिन भर चली जांच में एक बात साफ हो गई कि अफसर की कार रक्षा टोल प्लाजा से नहीं गुजरी है। इस टोल कटौती के पीछे तकनीकी समस्या कारण मानी जा रही है। अफसरों का यह भी तर्क है कि कैमरे से स्कैन हुए बिना फास्टैग से टोल टैक्स कटना संभव नहीं है।
एक या दो माह पहले यहां से गाड़ी गुजरी होगी, तब किसी तकनीकी समस्या के कारण टोल टैक्स नहीं कट पाया होगा। अपडेट होने के बाद अब उसका मैसेज आया होगा। उधर, जिस बैंक के फास्टैग से टोल टैक्ट काटा गया, उससे जुड़े अफसर ने भी इस प्रकरण पर किसी तरह की टिप्पणी से इंकार किया है।