रेलवे ट्रैक के आसपास न करें पतंगबाजी
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:रेलवे ट्रैक के आसपास पतंगबाजी घातक साबित हो सकती है। इससे किसी की जान भी जा सकती हे। साथ ही रेलवे की संपत्तियों को नुकसान भी पहुंच सकता है। ये एडवाइजरी उत्तर-मध्य रलवे की ओर से जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि रेल प्रशासन मिशन 100 फीसदी विद्युतिकरण की ओर तेजी से अग्रसर है।रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले लोग अक्सर वहां पतंग उड़ाते हैं | ये पतंगें ट्रेन के ओएचई और पेंटोग्राफ से उलझ जाती हैं। पतंग के धागे में धातु की कोई सामग्री हो तो इससे पतंग उड़ाने वाले व्यक्ति को करंट भी लग सकता है| साथ ही इसे ओएचई या पेंटोग्राफ से हटाते समय रेलवे कर्मचारियों को भी नुकसान हो सकता है।
ओएचई पर पॉलीथिन या अन्य कोई सामग्री फेंकना परेशानी का सबब बन सकता है। फुटओवर ब्रिज और रोड ओवरब्रिज से कई बार लोग पॉलीथिन और अन्य सामग्री ट्रैक पर फेंक देते हैं। यह कभी-कभी ओएचई पर गिर जाती हैं। ये ओएचई या पेंटोग्राफ के साथ उलझ सकती हैं जिससे इसके टूटने और ट्रेन परिचालन के बाधित होने की संभावना बन जाती है।
पथराव करना गैरकानूनी
रेलवे ट्रैक के पास कभी-कभी पथराव से लोग ओएचई इंसुलेटर को निशाना बनाते हैं। यह इंसुलेटर के टूटने का कारण बनता है और प्रमुख ओएचई ब्रेकडाउन और ट्रेन के परिचालन को बाधित कर सकता है। यह गैरकानूनी भी है।