फर्जी दस्तावेजों से दिलाई जा रही भारतीय पहचान
स्वतंत्रदेश,लखनऊ:उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेज से भारतीय पहचान पत्र बनाकर घुसपैठ करने वाले बांग्लादेशियों की गिनती शुरू हो गई। आतंकवाद निरोधक दस्ता यानी एटीएस ने ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए योजनाबद्ध तरीके से है। साथ ही इन्हें फर्जी दस्तावेज पर विदेश जाने के लिए पासपोर्ट और वीजा बनाने में मदद करने वाले विभागीय लोगों पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है।
यूपी एटीएस की टीम पिछले एक साल में 30 बांग्लादेशियों को फर्जी दस्तावेज के माध्यम से घुसपैठ करने और कराने वालों को पकड़ चुकी है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक करीब 18 सौ बांग्लादेशी अवैध तरीके से सीमा पार कर चुके हैं। जिनकी तलाश के लिए कई टीम लगाई गई हैं। वहीं एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि एटीएस व पुलिस प्रदेश की सुरक्षा को लेकर लगातार सतर्कता से नजर बनाए है।
एटीएस सूत्रों के मुताबिक रोहिंग्या मुसलमानों और बांग्लादेशी घुसपैठियों ने प्रदेश की राजधानी समेत कानपुर, उन्नाव, अलीगढ़ और सहारनपुर में अपनी पैठ बना रखी है। यहां मलिन बस्ती में रहकर अपने नेटवर्क को मजबूत कर रहे हैं। मिलेट्री इंटेलीजेंस की सूचना पर एटीएस ने बांग्लादेश से घुसपैठ करने वालों की धरपकड़ शुरू कर दी है।
एटीएस इस साल अब तक 17 बांग्लादेशी व रोहिंग्या को गिरफ्तार कर चुकी है। इनका कहना है कि इन से जुड़े करीब 18 सौ लोग बांग्लादेश की सीमा पार कर भारत आ चुके हैं। इनकी जाली दस्तावेज पर पासपोर्ट व वीजा तैयार करने वालों को चिन्हित किया जा रहा है। जल्द ही उन्हें भी पकड़ा जाएगा।